बिलासपुर— कांग्रेस पार्टी 8 सितम्बर को महारैली कार्यक्रम का एलान किया है। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय नेहरू चौक में किया जाएगा। कांग्रेस नेताओं के दावे के अनुसार भूपेश बघेल करीब दस हजार से अधिक लोगों को संबोधित करेंगे। इस मौके पर शासन की तुगलक शाही से परेशान डबरीपारा समेत नगर के अन्य झुग्गी झोपड़ी के विस्थापित परिवार भी रहेंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने का प्रबंध हो चुका है। महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने बताया कि भूपेश बघेल को सुनने नेहरू चौक पर अपार भीड़ आने की उम्मीद है।
आठ सितम्बर को जिला कांग्रेस नेहरू नौक पर महारैली और महासभा का एलान किया है। महासभा को पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल संबोधित करेंगे। जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेताओं ने शहर के सभी वार्डों में लाउडस्पीकर से झुग्गीवासियों को नेहरू चौक पहुंचने के लिए मुनादी किया है। शैलेन्द्र जायसवाल ने बताया कि झुग्गीवासियों में भाजपा सरकार के खिलाफ बहुत अाक्रोश है। जनता सरकार की दमनकारी और तुगलकी फरमान से परेशान हो चुकी है।
मालूम हो कि राज्यशासन के आदेश पर कुछ दिनों पहले सरकंडा स्थित डबरीपारा के झुग्गी झोपड़ीवासियों को हटाकर शिफ्ट किया जाना था। लेकिन स्थानीय लोगों ने कांग्रेस के साथ शासन के आदेश को ना केवल मानने से इंकार किया। बल्कि मौके पर निगम के अतिक्रमण दस्ते का जमकर विरोध किया गया। नतीतन निगम को अभियान से कदम पीछे खींचने पडा।
कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव ने बताया कि साल 1998 में दिग्विजय सिंह सरकार ने गरीबों को स्थायी पट्टा दिया। आज उन पट्टों पर बडे बड़े घर बन गए हैं। लोगों ने स्थायी निवास बना लिया है। निगम प्रशासन डबरीपारा में विकास की कई योजनाओं को पहुंचाया है। स्थानीय लोग निगम को सभी प्रकार के टैक्स का भुगतान भी करते हैं। बावजूद इसके बसी बसायी बस्ती को उजाडने का षड़यंत्र भाजपा सरकार कर रही है। अटल ने बताया कि 191 एकड़ जमीन पर बसे डबरीपारा में 26 हजार से अधिक परिवार निवास करता है। उन्हें उजाड़कर ऐसे स्थान पर भेजा जा रहा है जहां किसी प्रकार की सुविधा नहीं है।
कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव के अनुसार एक तरफ प्रदेश सरकार गरीबों को पट्टा बांटने का एलान कर रही है। दूसरी तरफ बसी बसायी लोगों की गृहस्थी को उजाड़ने का भी काम किया जा रहा है। यह समझ परे है। अच्छा होता कि सरकार जिस बस्ती को उजाड़ रही है उसे ही स्थायी पट्टा में बदल दे। लोगों का घर भी नहीं टूटेगा और गरीबों का कल्याण भी होगा। अटल ने बताया कि आज डबरीपारा को उजाड़ा जा रहा है कल किसी और बस्ती को बरबाद किया जाएगा। परसों उस बस्ती को हटाया जाएगा जिसे आज सरकार पट्टा देने का एलान कर रही है।
कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता शैलेन्द्र ने बताया कि आठ सितम्बर को 11 वार्डों के लोग रैली राज्य सरकार के फरमान के खिलाफ रैली निकालेंगे। कांग्रेस पार्टी ने शहर के सभी झुग्गीवासियों को अलर्ट कर दिया है कि आज डबरीपारा पर गाज गिराने की तैयारी है कल उनकी भी बारी आएगी। इसलिए लोग अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हों। शैलेन्द्र ने बताया कि डबरीपारा में कुल 26 हजार 552 परिवार का बसेरा है। बस्ती में एक लाख से अधिक लोग निवास करते हैं। उन्हें किसी भी सूरत में विस्थापित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होने बताया कि कांग्रेस दल का डबरीपारा वासियों को पूरा समर्थन है। एक दिन पहले एक बैठक में स्थानीय लोगों ने सरकार के फरमान के खिलाफ आवाज को बुलंद किया है। 8 सितम्बर की महारैली में भूपेश के सामने पीड़ित लोग अपनी तकलीफों को रखेंगे।
शैलेन्द्र ने बताया कि डबरीपारा के लोगों के खिलाफ प्रदेश सरकार ने साजिश की है। नियमानुसार दस साल बाद पट्टे का नवीनीकरण किया जाना चाहिए था। लेकिन प्रशासन ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। राज्य प्रशासन ने लोगों को अंधेरे में रखकर एक रूपए वर्ग फिट के हिसाब से डबरीपारा की जमीन को निगम प्रशासन को बेच दिया। निगम का दावा है कि जमीन उनकी है इसलिए खाली किया जाए। ऐसा हरगिज नहीं होने दिया जाएगा।
कांग्रेस विकास विरोधी पार्टी है। कांग्रेस के नेता सस्ती राजनीति और लोकप्रियता के लिए जनता को बरगला रहे हैं। केन्द्र सरकार ने 2022 तक देश में झुग्गी झोपडी की जगह लोगों को पक्का मकान देने का वादा किया है। उसी योजना के तहत झुग्गीवासियों को विस्थापित कर पक्का मकान दिया जा रहा है। डबरीपारा मुद्दे में कांग्रेस के नेता बहुत कुछ छिपा रहे हैं। नियमानुसार स्थानीय लोगों को अस्थायी पट्टा दिया गया है। अब उन्हें शिप्ट कर पक्के मकान दिये जा रहे हैं। डबरीपारा के लोग भी पक्का मकान लेने को तैयार है। हाइकोर्ट ने भी लोगों की सुनवाई को खारिज कर दिया गया है। बावजूद इसके लोगों को स्लम क्षेत्र से निकालकर सही जगह शिप्ट किया जा रहा है।
किशोर राय,,,महापौर,,नगर निगम बिलासपुर
हमें राजनीति में ना घसीटें
डबरीपारा का एक स्थानीय निवासी बताया कि 77 लोगों में से 50 लोग पक्का मकान लेने के लिए तैयार हैं। हमें बेवजह राजनीति में घसीटा जा रहा है। कुछ लोग डरवा रहे है कि जैसे पन्द्रह साल बाद डबरीपारा से हटाया जा रहा है उसी तरह एक दिन उनसे पक्का मकान भी छीन लिया जाएगा। बावजूद इसके हम डबरीपारा छोड़ने को तैयार हैं। हमें बेवजह राजनीति में घसीटा जा रहा है। यदि इन लोगों की बातों को नहीं मानेंगे तो कुछ साथी लोग हमारा जीना मुश्किल कर देंगे।
विकास के नाम पर धोखा और भ्रष्टाचार
भारतीय जनता पार्टी विकास के नाम पर धोखा और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। डबरीपारा की जमीन पर किसकी नजर है सभी लोग जानते हैं। गुपचुप तरीके से जनता की जमीन का सौदा कर लिया गया किसी को आज तक पता नहीं। अभी तक जितना विस्थापन हुआ है उन गरीबों की हालत किसी से छिपी नहीं है। एक दिन ऐसा होगा कि आज जिन्हें शिप्ट किया गया है उन्हें कल विस्थापित कर दिया जाएगा। यह खेल अब नहीं चलने वाला है। 26 हजार परिवार ने अपनी गाढ़ी कमाई से सपनों का घर बनाया उसे उजडने नहीं दिया जाएगा। निगम का पक्का मकान महापौर को मुबारक…।
अटल श्रीवास्तव,,,, महामंत्री…प्रदेश कांग्रेस कमेटी….छत्तीसगढ़
भाजपा सरकार झुग्गीवासियों के साथ छलावा कर रही है। डबरीपारा झुग्गी बस्ती है ही नहीं। जब निगम के पास जमीन है ही नहीं तो दस हजार लोगों को पट्टा कहां देंगे। बेहतर होता कि डबरीपारा में रहने वालों को ही स्थायी पट्टा बांट दे। लेकिन सरकार ऐसा कर ही नहीं सकती। क्योंकि जमीन को चोरी छिपे निगम को बेच दिया गया है।
शैलेन्द्र जायसवाल…कांग्रेस पार्षद दल प्रवक्ता..नगर निगम बिलासपुर