बिलासपुर— भारत बंद के दौरान कांग्रेसियों ने रैली निकालकर बिलासपुर शहर के दुकानों को बंद कराया। कमेबोश भारत बंद का गोलाबाजार सदर बाजार गांधी चौक बस स्टैण्ड व्यापारियों ने कहीं आंशिक तो कही पूरी तरह से समर्थन किया। भारत समर्थन को लेकर कांग्रेसियों ने जमकर रैली के दौरान भाषणबाजी की। यद्यपि रैली गुजरने के बाद व्यापारियों ने दुकाने खोल ली। लेकिन बढ़ती महंगाई पर कांग्रेसियों की चिंता में अपनी चिंता को शामिल भी किया।
रैली के पहले कांग्रेस नेताओं ने जगह जगह पत्रकारों से बातचीत की। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव ने कहा कि देश की आम जनता महंगाई से लहुलुहान हो चुकी है। पेट्रोल और डीजल का दाम आसमान पर है। जाहिर सी बात है कि ट्रान्सपोर्टिंग महंगा होने का असर दैनिक वस्तुओं पर पड़ेगा। चंदन यादव ने बताया कि एक समय था जब पेट्रोल और डीजल मूल्य बृद्धि के खिलाफ भाजपा ने सड़क से सदन तक कोहराम मचा दिया था। जबकि तात्कालीन समय क्रूड आयल की कीमत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 110 रूपए प्रति बैरल से अधिक था। आज क्रूड आयल की कीमत आधा है। बावजूद इसके पेट्रो पदार्थों की कीमतें दिन दुनी रात बढ़ रही है। जनता में आक्रोश है। बिलासपुर की जनता ने बंद का समर्थन किया है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि व्यापारियों के साथ आम जनता ने कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन किया है। ना केवल समर्थन किया बल्कि रैली में शिरकत कर भाजपा सरकार के रीति नीति का विरोध किया। विजय ने बताया कि जनता दोहरी मार से परेशान है। महंगाई कम करने को लेकर केन्द्र में आयी भाजपा सरकार ने महंगाई को सिर पर बैठा दिया है। पूंजीपतियों को जनता की जेब काटकर पाला पोशा जा रहा है। पेट्रोल डीजल एलपीजी सभी कुछ तो महंगी हो गयी हैं। सरकार को मूल्य वृद्धि पर ना केवल लगामा लगाना होगा। बल्कि कीमतों को कम भी करना होगा।
पीसीसी महामंत्री ने कहा कि बेशर्मी की हद होती है। एक समय प्रधानमंत्री पेट्रोल और डीजल में मूल्य बृद्धि से बेचैन हो जाया करते थे। लेकिन आज उनकी बेचैनी कहीं नहीं दिखाई दे रही है। भाजपा नेता आज जवाब देने की स्थिति में नहीं है कि जब क्रूड आयल की कीमत कम हो गयी है तो पेट्रो पदार्थ की कीमतों में क्यो इजाफा हो रहा है। आज भारत बंद को बिलासपुर की जनता ने समर्थन कर सफल बनाया है। पेट्रो पदार्थ में मूल्य बृद्धि का विरोध किया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पाण्डेय ने बताया कि देश पेट्रोल और डीजल मूल्य बृद्धि के आक्रोश में जल रहा है। भारत बंद केवल कांग्रेस का नहीं बल्कि आम जनता का भी है। एलपीजी के मूल्य में इजाफा होने से किचन में आग लग गयी है। ट्रान्सपोर्टिंग महंगा हो गया है। हर सामान महंगे हो चुके हैं। भाजपा सरकार ने वादा किया था कि महंगाई को लगाम लगाया जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। केन्द्र की भाजपा सरकार और नेताओं ने पूंजीपतियों से हाथ मिलाकर महंगाई को हवा देने का काम किया है। प्रधानमंत्री कहा करते थे कि महंगाई के लिए केवल और केवल तात्कालीन केन्द्र सरकार जिम्मेदार है। अब केन्द्र में भाजपा सरकार है प्रधानमंत्री बताएं कि महंगाई से राहत दिलाने के लिए क्या कर रहे हैं।
अलग-अलग अंदाज में भारत बंद का समर्थन
कांग्रेसियों ने भारत बंंद के दौरान बिलासुपर में आम जनता से समर्थन मांगा। मोटर सायकल रैली के साथ कुछ अलग अलग अंदाज में पेट्रो पदार्थ में मूल्य बृद्धि का विरोध किया। तीन चार ठेलों पर मोटर सायकल स्कूटी और अन्य गाड़ियों को लादकर शहर में घुमाया। विजय केशरवानी, नरेन्द्र बोलर,चंदन यादव,अटल श्रीवास्तव,सुनील शुक्ला शैलेश पाण्डेय,जसबीर गुम्बर,शेख नजरूद्दीन समेत सैकड़ों नेताओं ने बारी बारी से बैलगाड़ी की सवारी कर पेट्रो मूल्य वृद्धि का विरोध किया।
युवा नेता महेन्द्र गंगोत्री ने मोटर सायकल से साथियों के साथ शहर भ्रमण किया। दुकान बंंद कराया और व्यापारियों से समर्थन गांगा। चन्द्रप्रदीप वाजपेयी,एसपी चतुर्वेदी,शेख नजरूद्दीन,अरविन्द शुक्ला ने सायकल की सवारी कर जनता के बीच महंगाई के खिलाफ संदेश दिया। गोपाल दुबे, जावेद मेनन जैसे युवा नेताओं ने हाथ में यूथ कांग्रेस का झण्डा और गुलाब का फूल लेकर घुड़सवारी कर शहर का भ्रमण किया।