जानकारी के अनुसार शिक्षाकर्मी राकेश उपाध्याय की जहर सेवन से मौत होने की सूचना सिम्स के मेमो से मिली थी। घटना स्थल का जायजा लेने पर जहर की शीशी नही मिली है। थाना प्रभारी ने बताया कि मौके से जहर का कोई प्रमाण भी नहीं मिला है। मामले में जांच की जा रही है। परिजनो ने सिम्स की नर्स सुषमा भगत पर जहर देने का आरोप लगाया है। आरोप के बाद पुलिस ने नर्स का बयान लेने का प्रयास किया। डॉक्टरो ने बताया कि सुषमा हाईडिप्रेशन में है। इसलिए बयान नहीं लिया जासका। तबीयत में सुधार के बाद आज पुलिस ने सुषमा का बयान दर्ज कर लिया है।
सुषमा भगत ने पुलिस को बताया कि राकेश उससे मिलने आया था। दोनो घर में साफ सफाई करवा रहे थे। घर में दो लेबर भी थे। शाम को राकेश ने अचानक बीपी हाई होने की बात की। राकेश ने बताया कि उसने एमलोड़ एसीन टेबलेट खाया है। लेकिन उसकी हालत बिगड़ने लगी। सुषमा के अनुसार उसने राकेश के भाई अजय को फोन पर जानकारी दी। अजय ने बताया कि राकेश को बीपी की शिकायत है। उसने राकेश को अपोलो में दाखिल कराने को कहा। साधन नहीं होने के कारण राकेश को सिम्स लेकर आयी।
सुषमा ने बयान में बताया कि 2007-8 में दोनो की मुलाकात आपोलो में हुई। दोनो अपोलो में ही काम करते थे। एक ही गांव के होने के कारण दोनो के बीच परिचय और फिर प्यार हो गया। दोनो ने दो बार शादी करने के लिेए तारीख की पक्की की। लेकिन राकेश के घर वालो ने नहीं करने दिया। इस बीच मेरी नौकरी सिम्स में लग गई। राकेश उससे मिलने सरकंडा आता था। थाना प्रभारी शुक्ला ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा की मृतक ने क्या खाया था।
मालूम हो की राकेश के भाई अजय ने सरकंडा थानें में लिखित शिकायत में कहा है कि राकेश को सुषमा ने मिलने के लिए बुलाया था और सुषमा ने उसे जहर खिला दिया। राकेश की ढ़ेड़ माह बाद शादी होने वाली थी। सुषमा ने शादी तोड़वाने का भरसक प्रयास किया। सफल नहीं होने पर भाई को धोखे से जहर पिलाकर मार डाला।