अमित जोगी कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जोगी ने कहा कि मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग करेंगे।
अमित जोगी ने कहा कि यह धर्म और समाज से जुड़ा मामला है। दोषियों के अब तक न पकडे जाने से क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है। जिले में स्थिति अति संवेदनशील बन चुकी है। आश्चर्य की बात का है कि छत्तीसगढ़ के लाखों लोगों की धार्मिक आस्था का प्रतीक जालेश्वर महादेव धाम पर शिवलिंग को खंडित करने का दुस्साहस करने वालों को अब तक सरकार पता कैसे नहीं लगा पायी है। क्षेत्र के दो भाजपा विधायक दो संसदीय सचिवों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।
राज्य के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर सरकार गंभीर नहीं है। कई प्राचीन स्थलों को असामाजिक तत्वों ने अपना अड्डा बना लिया है। इसे रोकने राज्य के सभी प्राचीन धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की समीक्षा की जानी चाहिए।
अमित जोगी ने कहा कि मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ के प्राचीन धार्मिक स्थलों की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। छत्तीसगढ़ में अब भगवान तक सुरक्षित नहीं है। स्वयं मुख्यमंत्री जी के गृह जिले में जिला मुख्यालय से केवल २५ किलोमीटर में शिवलिंग को किन्ही अज्ञात लोगों द्वारा तोडना वह भी स्वयम्भू प्राचीन शिवलिंग का…इससे जाहिर होता है कि सरकार केवल कुछ होने के बाद ही जागती है। दोषियों का अब तक न पकड़ा जाना कई सवाल को जन्म देता है।
दोषियों को तत्काल पकड़ा जाए। सावन सोमवार का पावन पर्व शुरू होने के पूर्व क्षेत्र के लोगों के मत से महादेव धाम का जीर्णोद्धार कर उसकी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की जाए।