बिलासपुर— जिला कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने सिविल लाइन पहुंचकर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा। कांग्रेसियों ने सिविल लाइन थाना प्रभारी को लिखित शिकायत कर बताया कि जिस समय अमित शाह ने राष्ट्रपिता को जाति सूचक शब्द कहा उस समय मंच पर संवैधानिक पदाधिकारी भी मौजूद थे। इसलिए उनके खिलाफ भी अपराध दर्ज किया जाएगा। ऐसा नहीं किये जाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिला कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने राष्ट्रपिता अमर रहे के नारे लगाए। प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सिविल लाइन थाना पहुंचकर कांग्रेसियों ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की है। थाना प्रभारी को लिखित शिकायत कर अटल श्रीवास्तव, राजेन्द्र शुक्ला, आशीष सिंह और नरेन्द्र बोलर ने कहा कि अमित शाह ने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान राष्ट्रपिता को जाति सूचक शब्द कह…देश को अपमानित किया है। अमित शाह ने महात्मा गांधी के लिए बनिया शब्द का इस्तेमाल अपमानजनक तरीके से किया। आजादी को अभद्रता के साथ गाली दी। ऐसा कर उन्होने देश में शांति भंग करने का प्रयास किया है। महात्मा गांधी भारतीयों के दिल में हैं।
अटल,राजेन्द्र और आशीष सिंह ने बताया कि अमित शाह ने ऐसा उस समय किया जब मंच पर संवैधानिक पदाधिकारी भी मौजूद थे। ऐसा करना अंज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है। क्योंकि संवैधानिक पद पर रहने वाला व्यक्ति पहले देश और संविधान के प्रति जवाबदेह होते हैं। बावजूद इसके उनके सामने महात्मा गांधी और आजादी के तौर तरीकों को अपमानित किया गया। इसलिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ मौके पर संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के खिलाफ भी अपराध पंजीकृत किया जाए।
कांग्रेसियों ने कहा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत मंच पर मौजूद संवैधानिक पदाधिकारियों के खिलाफ 120 बी,295 ए और 266 का मामला दर्ज किया जाए। ऐसा नहीं करने पर उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी मामला बनता है। जिन्होने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि साल 2013 में सर्वोच्च न्यायालय ने ललिता कुमारी बनाम उत्तर प्रदेश शासन की सुनवाई में कहा है कि कार्यवाही और अपराध दर्ज नहीं किये जाने पर पुलिस अधिकारी भी अपराध के भागीदार होंगे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार और अमित शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मौके पर जसबीर गुम्बर,लक्ष्मीनाथ साहू, जावेद मेमन,पुष्पराज,सुभाष सिंह ठाकुर समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।