बिलासपुर– मै भारतवासी होने पर गर्व महसूस करता हूं। इस खुशी को बयान नहीं कर सकता। लोगों को भारत माता की जय बोलने में हिचक क्यों होती है। मां का गुणगान सभी धर्मों में किया जाता है। मां स्वर्ग से बढ़कर है। जय बोलने के शब्द अलग हो सकते हैं लेकिन मुस्लिम समाज भारत माता पर फक्र करता है। उसके जय बोलने का तरीका अलग हो सकता है। लेकिन मैं समझता हूं कि किसी भी मुस्लिम को मादर-ए-वतन की जय बोलने से उतना ही गर्व महसूस होता है जैसे अन्य धर्म जाति के लोगों को होता है। आज एक दिन प्रवास पर पहुंचे छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के चेयरमेन मिर्जा एजाज वेग यह बातें कहीं। बेग ने बताया कि अटल के सपनों को मोदी और रमन सिंह पूरा कर रहे हैं। तिरंगा यात्रा निकालकर वतन के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हक और हुकूक को लोगों तक पहुंचा रहे हैं। बेग ने कहा कि सच्चर कमेटी बनाने वालों ने ही देश के मुस्लिमों को गड्ठे में धकेला है।
आज छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मिर्जा एजाज बेग एक दिनी प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे। पत्रकारों से खुलकर बातचीत की। बेग के अलावा इस मौके पर हज कमेटी के चेयरमैन सैय्यद सैफुद्दीन और उर्दू अकादमी के चेयरमैन अकरम कुरैशी भी मौजूद थे। तीनों अल्पसंख्यक नेताओं ने बताया कि कुछ फिरकापरस्त लोगों ने साजिशन भारतीय जनता पार्टी को मुस्लिम विरोधी का नारा लगा रहे हैं। भारतीय समभाव संस्कृति के बीच जहर घोल रहे हैं।
सीजी वाल से चर्चा करते हुए मिर्जा एजाज बेग ने बताया कि सच्चर कमेटी बनाने वालों ने ही मुसलमानों का सबसे ज्यादा नुकसान किया है। साठ साल से मुसलमान पिछड़ेपन का दर्द झेल रहा है। दर्द की बातें करने वाले आज कहां से कहां पहुंच गए लेकिन आम मुसलमान वहीं का वहीं रह गया। बेग ने बताया कि 60 साल के गड्ढो को दुरूस्त करने का काम मोदी और रमन सरकार कर रही हैं। अब उन लोगों को मुसलमानों की प्रगति देखी नहीं जा रही है। इसलिए फिरकापरस्ती की बातें कर मुसलमानों को भड़काने की बातें की जा रही है। लेकिन बताना चाहूंगा कि मुसलमान अब सब कुछ समझ चुका है। इसलिए पिछले तेरह साल से आम लोगों ने उन्हें सत्ता से दूर रखा है।
बेग ने बताया कि हम एक हाथ में कम्पयूटर और दूसरे हाथ में कुरान की बातें करते हैंं। मुस्लिम जमात भी ऐसा चाहता है। विकास के साथ अदब और पहचान को खोना नहीं चाहते। अटल के बाद पहली बार प्रधानमंत्री मोदी ने मुसलमानों के सपनों को साकार करने का बी़ड़ा उठाया है। मदरसों का तेजी से विकास हो रहा है। आधुनिक शिक्षा के साथ अदबी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में बेग ने बताया कि मदरसों के शिक्षकों को भी वेतन लाभ मिलेगा। उनके ग्रेड को सुधारा जाएगा। उन्हें कुछ शिक्षाकर्मियों की तरह सुविधाएं दी जाएंगे। उन्होने बताया कि शिक्षाकर्मी और मदरसों के शिक्षकों में अन्तर है। लेकिन वेतन के अन्तर को दूर किया जाएगा।
बेग ने सवालों का जवाब देते हुए बताया कि जोगी मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। वह सपना अब कभी साकार नहीं होने वाला। उन्होने यदि कुछ किया होता तो जनता ने नकारा नहीं होता। जोगी नकारात्मक राजनीति करते हैं। को भी मुसलमान जोगी को पसंद नहीं करता। रही बात जोगी के समर्थन देने वाले मुसलमानों की तो जोगी भ्रम में हैं।
बेग ने बताया कि तिरंगा यात्रा बहुत जरूरी है। देश के बच्चों में शहीदों और देश के प्रति देशप्रेम का जज्बा जगाना बहुत जरूरी है। हम पाश्चत्य संस्कृति के सम्पर्क में आने से मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना से दूर हुए हैं। हमें अधिकार का बहुत ज्ञान है लेकिन देश के प्रति कर्तव्यों के प्रति उदासीन हुए हैं। मुझे तिरंगा अभिमान है। जरूरत महसूस हुई इसलिए तिरंगा यात्रा निकालना पड़ा है।
हज कमेटी के चेयरमैन सैफुद्दीन ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मुसलमानों की संख्या कम है तो जाहिर सी बात है कि कोटा भी कम है। रमन सरकार ने मुसलमानों की प्रगति में बहुत काम किया है। उनके समग्र विकास के लिए लगातार काम भी कर रहे हैं। इस बार हज के लिए 27 जिलों से कुल 1368 आवेदन मिले। 279 सीट का कोट फुल हो चुका है। सभी लोग 27 को नागपुर से जेद्दा के लिए उड़ान भरेंगे। सैफुद्दीन ने बताया कि हज हाउस रायपुर एअर पोर्ट के सामने निर्माण किया जाएगा। सरकार के प्रयास से पांच मंजिला हज हाउस से कुल 22 करोड़ रूपए मिलेंगे। हज हाउस का शिलान्यास अक्टूबर नवम्बर में प्रदेश के मुखिया डॉ.रमन सिंह करेंगे। साल 2018 तक पहली मंजिल बनकर तैयार हो जाएगी।
सैफुद्दीन के अनुसार हज हाउस बनने से अब प्रदेश के हाजियों को नागपुर मुम्बई या किसी अन्य जगह से उडान भरने और परेशान की जरूरत नहीं होगी। सारी प्रक्रिया और लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। रायपुर से लोग जेद्दा के लिए उडान भरेंगे।
उर्दू अकादमी के चेयरमैन अकरम कुरैशी ने बताया कि ऊर्दू अदब को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। अकादमी का उद्देश्य उर्दू अदब को टाप टू बाटम तक लोगों तक पहुंचाना है। मुशायारे का आयोजन करना है। उर्दू की नजाकत को जन जन तक पहुंचाना है। एक सवाल के जवाब में अकरम ने बताया कि राजनांदगांव में एक मिशन चलाता हूं। अकादमी में 13 साल से सचिव हूं। संस्था में कुल तीन सौ छात्र हैं। जो तल्लीनता के साथ उर्दू जुबान सीख रहे हैं। शायरी करते हैं। संस्था में वंदेमातरम् से लेकर राष्ट्रगान किया जाता है। भारतीय तहजीब सिखाई जाती है। हम हिन्दुस्तानी हैं। हमारी तहजीब हिन्दुस्तानी है। जाहिर सी बात है कि हम भारत मां के बच्चे हैं। संस्था में पढ़ने वाले तीन सौ लोगों में मात्र 75 मुस्लिम हैं। बाकी 225 अन्य धर्म सम्प्रदाय से हैं। उम्मीद है कि हमारे छात्र हिन्दुस्तान में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
पत्रवार्ता के दौरान नगर निगम एल्डरमैन महबूब भी उपस्थित थे।