भूपेश बघेल को कृषक रत्न सम्मान…बैजनाथ बने सहकारिता रत्न…उइके ने कहा…कांग्रेस दूर करेगी किसानों का दुख

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— महमंद में सेवा सहकारी समिति के संयोजन में हरेली मिलने और सहकारिता रत्न सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। पीसीसी प्रमुख भूपेश बघेल को कृषक रत्न और बैजनाथ चंद्राकर को सहकारिता रत्न से सम्मानित किया गया। भूपेश बघेल की अनुपस्थिति में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उईके मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बैजनाथ चन्द्राकर की। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक चुन्नी लाल साहू, विधायक दिलीप लहरिया, प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, प्रदेश सचिव महेश दुबे, प्रदेश प्रतिनिधि राजेन्द्र शुक्ला, देवेन्द्र अग्निहोत्री, बलौदा के अनिल शुक्ला भी उपस्थित हुए।
                        हरेली के शुभ अवसर पर दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मंच पर कृषि उपकरणों की पूजा अर्चना की गई।अतिथियों का सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष नागेन्द्र राय, ब्रम्हदेव सिंह ठाकुर समेत अन्य लोगों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस दौरान समिति ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को कृषक रत्न सम्मान और बैजनाथ चन्द्राकर को सहकारिता रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। बघेल की अनुपस्थिति में सम्मान प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने ग्रहण किया।
                             बैजनाथ चन्द्राकर और रामदयाल उईके के हाथों कार्यक्रम में उपस्थित सेवा सहकारी समिति महमंद, लोहर्सी, हरदी, जरौंधा के अध्यक्षगणों का सम्मान किया गया। 20 सरपंच और जनपद सदस्यों के साथ संचालकों का भी सम्मान किया गया। बैजनाथ चन्द्राकर, रामदयाल उईके, चुन्नी लाल साहू, अटल श्रीवास्तव एवं दिलीप लहरिया का परम्परागत किसान वेशभूषा खुमरी पहनाकर सम्मान किया गया।
                बैजनाथ चन्द्राकर ने सहकारी समिति के संचालकों और किसानों के बीच में अपना अनुभव साझा किया। हरिक्रान्ति और सहकारिता आन्दोलन के लिये पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाॅंधी तात्कालीन मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह और सहकारिता पुरूष रामगोपाल तिवारी के योगदान को याद किया। चन्द्राकर ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों को वोट बैंक के रूप में देखती है। चुनाव के समय संकल्प पत्र में लम्बी-लम्बी बातें करती है। बाद में वायदों से मुकर जाती है। दरअसल सरकार अब सहकारिता आन्दोलन को खत्म करना चाहती है। जिला सहकारी बैंक भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है। सहकारिता किसानी, किसान और छत्तीसगढ़ कांग्रेस का शासन आने पर ही बच सकता है।
                                           प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उईके ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल समेत हमारे अधिकतर विधायक किसान पुत्र हैं। हरेली और किसान का महत्व समझते हैं। भूपेश बघेल के दबाव में ही इस सरकार ने 10 क्विंटल की जगह 15 क्विंटल धान खरीदने का निर्णय लिया। चुनाव के पूर्व दो वर्ष का बोनस बांटा, अभी भी तीन वर्ष का बोनस बाकी है। किसानों की लड़ाई कांग्रेस लड़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस ने नारा दिया है – गरूवा, नरवा, घुरूवा अउ बारी, छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी, येला बचाही कांग्रेस संगवारी। नारे के पीछे छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़िया, गाॅंव, गरीब और गरूवा की चिन्ता कांग्रेस कर रही है। कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों का दुःख दर्द समझने वाली सरकार के रूप में हम करेंगे।
विशिष्ट अतिथि चुन्नी लाल साहू ने भी अपनी बातों को रखा। स्वागत भाषण मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने दिया। सभा को प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष पाण्डेय, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला, जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी, प्रदेश सचिव महेश दुबे, प्रदेश सचिव अर्जुन तिवारी एवं सहकारी सेवा समिति के अध्यक्ष नागेन्द्र राय ने भी संबोधित किया।
                               सभा का संचालन प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने किया। इस दौरान गणमान्य लोगों के अलावा सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस नेता मौजूद थे। हरेली मिलन समारोह का यह दूसरा वर्ष था। सेवा समिति अध्यक्ष नागेन्द्र राय ने सभी लोगों का आभार प्रकट किया।
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