बिलासपुर—- निपनिया रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की चपेट में आए घायल व्यक्ति को चेन्नई एक्सप्रेस के ड्रायवर ने मानवता का परिचय देते हुए चकरभाटा जीआरपी के सुपुर्द किया। घायल व्यक्ति को उपचार के लिए भाटापारा हास्पिटल में दाखिल कराया गया है। स्थिति को देखते हुए स्थानीय चिकित्सकों ने घायल को सिम्स बिलासपुर रिफर कर दिया। जिसकी चकरभाटा पहुंचने पर मौत हो गयी। मृतक के शव को सिम्स मर्चुयरी में रखा गया है।
भाटापारा जीआरपी से मिली जानकारी के अनुसार मृतक मिलन डहरिया भरतपुर का रहने वाला है। जो निपनिया के पास किसी ट्रेन की चपेट में आने से उसके दोनो पैर कट चुके थे। लगभग 11 बजे के आस-पास रेल पटरी पर घायल पड़े मिलन डहरिया पर गुजर रही चेन्नई सुपर फास्ट एक्सप्रेस के ड्रायवर की नजर पड़ी तो उसने ट्रेन को रोक दिया। अपने सहयोगियों के साथ घायल को उठाकर ट्रेन से भाटापारा पहुंचा। मिलन को जीआरपी को सौंप दिया। इस दौरान वह जीवित अवस्था में था। इसके बाद गाड़ी आगे बढ़ गयी।
जीआरपी भाटापारा ने गंभीर रूप से घायल मिलन डहेरिया को तत्काल प्रारम्भिक उपचार के भाटापारा हास्पिटल में भर्ती कराया। घायल की स्थिति को देखते हुए वहां के चिकित्सकों ने उसे सिम्स बिलासपुर रिफर कर दिया। इसके पहले मिलन बिलासपुर पहुचता रास्ते में ही चकरभाटा के करीब उसकी मौत हो गयी।
मालूम हो कि चेन्नई सुपर फास्ट एक्सप्रेस का स्टापेज रायपुर के बाद सीधे बिलासपुर है बावजूद इसके ड्रायवर ने मानवता दिखाते हुए दो बार दो छोटे स्टेशनों पर गाड़ी रोकी। पहली बार तो उसने निपनिया के पहले एक्सप्रेस को रोका और मिलन को गाड़ी पर चढ़ाया। बाद में ड्रायवर ने सुपर फास्ट गाड़ी को भाटापारा में भी रोका और घायल को जीआरपी के हवाले कर आगे के रास्ते निकल गया । यह अलग बात है कि मिलन नहीं बच पाया। लेकिन उसे बचाने का पूरा प्रयास उस इंसान ने किया जिसका नाम भी हमें नहीं मालूम। सीजी वाल ऐसे मानवीय दृष्टिकोण रखने वाले गुमनाम व्यक्ति को सलाम करता है।