अमने में आयोजित लोकसराज अभियान शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कलेक्टर अन्बलगन पी ने कहा कि गांव-गांव में पानी की समस्या है। हमें मिलकर पानी बचाव का उपाय करना होगा। उद्योग मनमाने तरीके से भू-जल का दोहन कर रहे हैं। जल स्तर लगातार गिर रहा है। सभी गांववासियों को पानी के महत्व समझते हुए बूंद बूंद को बचाना होगा।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि पेयजल को छोड़कर अन्य उद्देश्य से बिना अनुमति के बोर नहीं किये जाएंगे। आदेश के खिलाफ जाने पर कार्रवाई की जाएगी। बिना अनुमति बोर कराने वाले को दो साल की जेल हो सकती है। प्रकृति में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। फसलचक्र में भी बदलाव आना स्वाभाविक है। समस्या से बचने के लिए पूर्वज जिस तरीके से खेती करते थे, उसे अपनाने की जरूरत है।
कलेक्टर अन्बलगन पी ने किसानों से कहा कि जैविक खेती पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। जैविक खेती के फायदे के बारे में भी ग्रामीणों को बताया। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को बदल-बदल कर फसल लेना चाहिए। किसान सामुहिक निर्णय लेकर अपने-अपने खेतों में फसल चक्र परिवर्तन अपनाएं। संकल्प ले कि रबि में धान की नहीं बल्कि रबि की फसल लेंगे। समय उद्यानिकी फसलों का है। किसान फल-फूल, सब्जी की खेती कर आर्थिक रूप से मजबूत बनें।
कार्यक्रम को कोटा जनपद पंचायत अध्यक्ष लखन पैंकरा ने भी संबोधित किया। शिविर में 470 मांग और 57 शिकायतों से संबंधित आवेदन लिए गये। 420 मांग और 13 शिकायतों का तत्काल निराकरण किया गया।
निर्मल यादव को 4 लाख का मुआवजा
लोक सुराज अभियान का अमने गांव शिविर निर्मल यादव के जीवन में राहत लेकर आया। निर्मल यादव का बेटे की मौत तालाब में डूबने से हुई थी। आपदा राहत योजना के अन्तर्गत निर्मल को 4 लाख रूपये का मुआवजा दिया गया। शिविर में एसडीएम कोटा राजेन्द्र गुप्ता, जनपद पंचायत सभापति अरविन्द जायसवाल, सुनील जायसवाल, ग्राम सरपंच कौशल्या बाई समेत क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी, आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।