रेलवे कोच को बनाएंगे आइसोलेशन वार्ड..विजय ने दिया सीएम का संदेश.. डॉ.मित्तर ने कहा-देंगे स्मरण पत्र

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बिलासपुर रेलवे प्रशासन ने रेलवे कोच को आइसोलेशन के रूप में तैयार करने का निर्णय लिया है।  जिला कांग्रेस अध्यक्ष की पहल पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जीएम ने सहमति जाहिर करते हुए कहा कि इसके लिए एक पत्र जिला प्रशासन की तरफ से दिया जाना जरूरी है। वहीं मामले में डॉ.सारांश मित्तर ने बताया कि मामले रेलवे को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है। लेकिन हम स्मरण दिलाने एक पत्र जरूर भेजेंगे। सीजीवाल न्यूज़ के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
 
                   कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। प्रकोप को  देखते हुए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि आने वाले दिनों में संक्रमित मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था का संकट खड़ा हो सकता है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने आज रेल प्रबंधन से आइसोलेशन वार्ड के रूप में रेलवे कोच तैयार रखने का आग्रह किया है।
 
                रेलवे प्रशासन को विजय केशरवानी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व में ही बिलासपुर में अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था करने के निर्देश दे चुके हैं। जीएम की अनुपस्थिति में विजय केशरवानी सचिव हिमांशु जैन (आईआरएस) से मामले में बातचीत की। एक पत्र देकर निशुल्क आइसोलेशन वार्ड के लिए सुसज्जित कोच देने का आग्रह किया। केशरवानी ने रेलवे प्रशासन से आग्रह किया कि वे बिलासपुर में मौजूद रेलवे कोच को आइसोलेशन वार्ड के रूप में संक्रमित मरीजों के लिए तैयार रखने की पहल करें। जरूरत पड़ने पर अविलंब उनका उपयोग आइसोलेशन कोच के रूप में किया जा सके। 
 
                   जीएम के सचिव ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष के प्रस्ताव पर रजामंदी जाहिर करते हुए कहा कि बिलासपुर जिला कलेक्टर को आइसोलेशन वार्ड तैयारी को लेकर एक पत्र रेलवे प्रबंधन को भिजवाएं। जिससे रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड को यथोचित जानकारी देकर अनुमति प्राप्त करने में आसानी हो।
 
              केशरवानी ने बिलासपुर कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर से भी आइसोलेशन वार्ड बनाए जाने को लेकर चर्चा की। बिलासपुर कलेक्टर ने कहा कि मामले को लेकर रेलवे प्रबंधन को एक पत्र पूर्व में भेजा जा चुका है। एक स्मरण पत्र रेलवे को जरूरी भेजेंगे।
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