बिलासपुर—कांग्रेस पार्टी ने रेल्वे स्टेशन स्टैण्ड संचालकों और रेलवे अधिकारियों के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कांग्रेस नेताओं ने अधिकारियों के इशारे पर ठेकेदारों को लूट खसोट करने और जनता को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है।
जिला कांग्रेस ने बिलासपुर रेल अधिकारियों और सायकल स्टैण्ड ठेकेदारों के बीच मीलि भगत का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण राय ने बताया कि प्रदेश के बाहरी ठेकेदारों को नियम विरूद्ध वसूली करने का अधिकार दिया जा रहा है। ठेकेदार यात्रियों को प्रतिदिन अपमानित करने से बाज नहीं आ रहे हैं। कई बार शिकायत भी की जा चुकी है। बावजूद इसके रेल प्रशासन शिकायतों को तवज्जों नहीं दे रहा है।
संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि रेलवे अधिकारी बिलासपुर शहर के लोगों की सहनशीलता की परीक्षा ले रहें हैं। अधिकारी 15 जनवरी 1996 की घटना को भूल गये है। जोन और मण्डल में गोपनीय विभाग से इतिहास की जानकारी लेनी चाहिए। बिलासपुर के लोग अपने हक और आत्मसम्मान की लड़ाई कैसे लड़ते है?
अभय ने बताया कि बोली लगते समय सुनिश्चित किया जाये कि स्थानीय व्यक्ति को ही स्टैण्ड का ठेका मिले। कर्मचारी भी स्थानीय होंं। ठेकेदार तय शुदा स्थानों में ही रसीद काटें। देखने में आ रहा है कि स्टैण्ड के कर्मचारी पूरे स्टेशन को ही ठेके में उठा लिया है। कांग्रेस जल्द ही महाप्रबंधक और मण्डल प्रबंधक से मिलकर ठेके के नियम बदलने की मांग करेगी। ड्राप एण्ड गो पर्ची सिस्टम को बंद करने को भी कहा जाएगा।
अभय ने बताया कि बिलासपुर के सभी सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों से इस दिशा में परामर्श किया जा रहा है। जल्द सर्वदलीय बैठक बिलासपुर नागरिक मंच के बैनर तले होगी। कांग्रेस की तरफ से प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, प्रदेश सचिव महेश दुबे, रामशरण यादव, जिला अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, नेता प्रतिपक्ष शेख नजुरूद्दीन, महामंत्री राकेश सिंह, शहर सचिव अब्दुल खान आदि ने वर्तमान ठेके पद्धति और नागरिकों के कष्ट को गंभीरता से लिया है।