रैली निकालकर कर्मचारियों ने दिखाई ताकत

बिलासपुर— दो दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद नेहरू चौक से विशाल जुलुस लेकर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ कलेक्टर से मुलाकात करने जिला कार्यालय पहुंचे। जुलुस में शामिल कर्मचारियों ने इस दौरान एकता के नारा लगाते हुए सरकार से एक सूत्रीय वेतन विसंगति मांग को पूरा करने का दबाव बनाया। कर्मचारियों के हाथों बैनर पोस्टर भी नजर आए।
अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर दो दिनों से नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन के बाद स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ का रेला जिला कलेक्टर कार्यालय को कूच किया। इस दौरान जुलुस में शामिल महिला और पुरूष कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की । मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी। प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिन मंडल ने कलेक्टर को बताया कि आश्वासन के बाद भी उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला है। यदि अब भी उनकी मांग को सरकार गंभीरता से नहीं लेती तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
संगठन के कर्मचारी नेता आर.पी.अग्रवाल ने बताया कि इसके पहले हमने वेतन विसंगति दूर करने को लेकर मई में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था। हमने मुख्यमंत्री से मुलाकात की कोशिश कर अपनी मांग को उनके सामने रखने का समय मांगा था लेकिन अभी तक नहीं मिला। स्वास्थ्य मंत्री ने जरूर समस्या को हल करने की बात कही थी। लेकिन आज वेतन विसंगति को दूर नहीं किया गया।
अग्रवाल ने बताया कि पिछले 20 साल से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं वेतन विसंगति की मार झेल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के महिला और पुरूष कार्यकर्ता 24 घंटे ड्यूटी करते हैं। उनसे जहां तहां अभद्र व्यवहार भी किया जाता है। बावजूद इसके हम लोग अहर्निश राष्ट्रीय कार्यक्रमों का भी संचालन करते हैं। लेकिन सरकार के पास उनकी समस्याओं को सुनने के लिए समय नहीं है। हमने अभी मात्र दो दिन का धरना प्रदर्शन किया है। यदि अब भी उनकी मांग को नजर अंदाज किया गया तो काम बंद कर सड़क पर उतर उग्र आंदोलन करेंगे।
संगठन नेता ने बताया कि हमने सरकार से महिला और पुरूष कार्यकर्ताओं के साथ स्वास्थ्य पर्यवेक्षक महिला और पुरूष के लिए वेतन और ग्रेड सुधार की मांग की है।