विधायक लहरिया ने दिखाया तेवर..रंगभेद टिप्पणी को बताया दुखद

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

raipur-ajit-jogi-1434345884बिलासपुर— हमेशा शांत रहने वाले मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने पीसीसी अध्यक्ष के करीबी पर रंगभेद टिप्पणी के खिलाफ उग्र रूप अख्तियार कर लिया है। दिलीप लहरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर रंगभेदी टिप्पणी का विरोध किया है। उन्होने जोगी पर किये गए रंगभेद टिप्पणी की आलोचना की है। दिलीप लहरिया ने चाटुकार नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह जोगी का नहीं बल्कि करोड़ों देशवासियों और संविधान का अपमान हुआ है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                               अजीत जोगी जी पर रंगभेद टिप्पणी किए जाने का मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने कड़ा विरोध किया है। लहरिया ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के कुछ करीबी लेकिन जिम्मेदार पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता में छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर रंग भेद टिप्पणी की है। पत्रवार्ता में जोगी को काले चेहरे वाले का मन काला होना बोला गया है। ऐसे अमर्यादित और अशोभनीय बयान देकर चाटुकार नेताओं ने जोगी ही नहीं बल्कि भारतीय संविधान का भी अपमान किया है।

                                           लहरिया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताा कि भारत का संविधान हर व्यक्ति को समानता का अधिकार देता है। काले गोरे का भेदभाव नहीं है। बाबा साहेब आंबेडकर के ढोंगी अनुयायी नेता चमचागिरी में भूल गए कि अम्बेडकर के चाहने वाले  भेदभाव या रंगभेद में विश्वास नहीं करते हैं। काले रंग पर टिप्पणी भारतीयों का अपमान है। ढाई करोड़ छत्तीसगढ़ियों का अपमान है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी रंगभेद के खिलाफ थे। उनके पदचिन्हों पर चलते हुए विश्व में रंगभेद के खिलाफ आंदोलन चलाया गया। कानून बनाया गया। बावजूद इसके कुछ चाटुकार कांग्रेसी नेता ओछा बयान देकर कांग्रेस को अपमानित कर रहे हैं। भूपेश बघेल की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतओं ने जोगी पर रंगभेद टिप्पणी कर छत्तीसगढ़ समेत करोड़ों भारतवासियों का अपमान किया है। समाज में भेदभाव करने वाले,समाज को बांटने वाले ऐसे असामाजिक लोगों को समाज से बहिष्कृत कर देना चाहिए।

लहरिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं को पद और पैसे का लालच देकर जोगी के विरुद्ध बयानबाजी करवाया जा रहा है । रंग भेद की टिप्पणी करने वाले नेता हीनभावना के शिकार हैं। मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। छत्तीसगढ़ को जातीय आधार पर बांटने को  आमादा हैं। दिलीप लहरिया ने मामले की शिकायत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख के. राजू और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से करने को कहा है।

Share This Article
close