बिलासपुर—कलेक्टर पी दयानंद की अध्यक्षता में प्रार्थना सभा भवन में स्वीप यानि सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यशाला को कलेक्टर दयानंद ने संबोधित किया। उन्होने कहा कि मतदाता को जागरूक करना भी चुनाव प्रक्रिया का एक भाग है। सभी को पूरे उत्साह के साथ युद्धस्तर पर चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा बनना जरूरी है। ताकी लोकतंत्र के महा उत्सव में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी हो।
कलेक्टर ने कहा कि नागरिकों के लिये ही निर्वाचन की प्रक्रिया होती है। ऐसे में उनकी सहभागिता बहुत आवश्यक है। मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये स्कूल, कॉलेज स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। स्लोगन, निबंध, जागरूकता रैली आदि का आयोजन किया जाए। नए मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करना होगा।
अपने संबोधन में कलेक्टर ने कहा कि युवाओं की सहभागिता से शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य पाया जा सकता है। निर्वाचन में वीवीपेट का उपयोग पहली बार हो रहा है। इसकी जानकारी सभी को दिया जाना जरूरी है। इससे मतदाताओं को पता चल सकेगा कि उन्होंने किसे वोट किया है। कलेक्टर ने कहा कि पोलिंग बूथ में सभी प्रकार की सुविधाओं का ध्यान रखा जाए। दिव्यांगों के लिये रैंप की व्यवस्था अवश्य होगी।
कार्यशाला में जिला पंचायत सीईओ फरीहा आलम सिद्दिकी ने स्वीप के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वीप का उद्देश्य शत्-प्रतिशत् मतदान के लिए प्रेरित करना है। पहली बार मतदान प्रक्रिया में भाग ले रहे मतदाताओं की पहचान कर उन्हें मतदान के लिए जागरूकता करना है। शहरी क्षेत्र में उदासीन मतदाताओं को मतदान के लिए भी जागरूक करना है। निष्क्रिय मतदाताओं, महिलाओं, युवक, समुदाय , वर्ग आदि की पहचान कर उन्हें चिह्नित कर मतदान के लिए उत्साहित भी करना है। कार्यशाला में सहायक कलेक्टर कुणाल दुदावत, उपनिर्वाचन अधिकारी सुमित अग्रवाल, डीईओ अरविंद यादव समेत सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।