बिलासपुर— लोहण्डीगुड़ा परीक्षा प्रकरण मामले का खुलासा आज सुन्दरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया। कुलपति ने बताया कि तीन सदस्यीय जांच टीम ने पाया है कि शांति कश्यप ने परीक्षा फार्म भरा था। विश्वविद्यालय ने उन्हें अध्ययन सामग्री भी दिया है। चूंकि प्रवेश पत्र आन लाइन निकालने की व्यवस्था है। इसलिए प्रवेश पत्र किसने निकाला इसकी जानकारी अभी नहीं हो पाई है। कुलपति वंश गोपाल ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि अंग्रेजी के सभी पर्चे किसी अज्ञात महिला ने ही दी है। महिला कौन है अभी तक इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुलपति डॉ.वंश गोपाल ने बताया कि शांति कश्यप ने परीक्षा नहीं दी है। परीक्षा भवन में पर्यवेक्षकों ने भी लापरवाही की है। प्रवेश पत्र का उन्होंने मिलान नहीं किया है। इसलिए केन्द्राध्यक्ष और समन्वयक को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। उनके जवाब के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। जवाब संतोषप्रद नहीं होने पर उन्हें बर्खास्त भी किया जा सकता है। कुलपति ने बताया कि हमारे पास सक्षम जांच टीम नहीं है। इसलिए इस पूरे प्रकरण को पुलिस और शिक्षा विभाग को जांच के लिए सौंपा जाएगा।
कुलपति ने बताया कि हमने पहले से ही विशेष निर्देश विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और केन्द्र कर्मचारियों को दिय़ा था कि प्रवेश से लेकर परीक्षा भवन की गतिविधियों पर तीब्र नजर रखे। एक – एक दस्तावेज की जांच हो। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यही कारण है कि हमारे सामने इस प्रकार की गतिविधियां खड़ी हो गयीं। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण के बाद विशेष रूप से निर्देशों का पालन करने का एक बार फिर निर्देश दिया गया है। अब स्टडी मटेरियल भी छात्र को दिया जाएगा। या फिर उसके पोस्टल एड्रेस पर ही भेजा जाएगा। कुलपति ने बताया कि परीक्षा भवन में भारी लापरवाही बरती गयी है। इस बात के मद्देनजर अब सख्ती के साथ फोटो और हस्ताक्षर मिलान किया जाएगा।