बिलासपुर।बुधवार को छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन की ओर से मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को एक ग ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें प्रदेश के एक लाख नौ हजार सहायक शिक्षक एलबी व पंचायत संवर्ग को 22 सितंबर को जिला जांजगीर-चांपा में देश के प्रधानमंत्री की आम सभा में शामिल होने की अनुमति और मांग पत्र सौंपने की बात कही गई है।पत्र में उल्लेख है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में कार्यरत शिक्षक पंचायत संवर्ग को शिक्षा विभाग में संविलियन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इसके लिए फेडरेशन ने धन्यवाद ज्ञापित किया है।
पत्र में फेडरेश द्वारा कहा गया है कि इस सम्मेलन में हम प्राथमिक शालाओं में कार्यरत सहायक शिक्षक जिनकी संख्या एक लाख नौ हजार है।उन्हें काफी उम्मीदें थी जिन में बिना वर्ष बंधन के सभी शिक्षक पंचायत संवर्ग का उनकी प्रथम नियुक्ति तिथि से संविलियन का लाभ और 2013 में व्याप्त वेतन विसंगति को दूर करते हुए समयमान वेतनमान के आधार पर वेतन की गणना कर वेतन निर्धारण कर 9300 बेसिक पर वेतन प्रदान करना और पदोन्नति से वंचित सहायक शिक्षकों को 10 साल की सेवा अवधि के बाद क्रमोन्नत वेतनमान लाभ देना।
2010 से शिक्षक पंचायत संवर्ग उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नियम शिथिल किए जाने की उम्मीद थी। पर हमें इससे वंचित रखा गया यही कारण है कि हम सहायक शिक्षक तथा पंचायत संवर्ग के शिक्षक छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले क्रमिक आंदोलन के साथ आपसे अनेक माध्यमों से 4 सूत्रीय मांग पूरा करने के लिए मांग पत्र के साथ संवाद करते हुए अपील कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री का 22 सितंबर को प्रदेश के जांजगीर-चांपा जिले में आगमन हो रहा है।
जहां पर वे जनसभा को संबोधित करने वाले हैं।जिसे हम प्रदेश के एक लाख नौ हजार।सहायक शिक्षक पंचायत संवर्ग को सहायक शिक्षक उपस्थित होकर संविलियन के लिए आपका आभार प्रदर्शित करना चाहते हैं।और साथ ही अपनी 4 सूत्रीय मांग पत्र पर प्रधानमंत्री को सौपकर उनका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने अनुमति मांगी है ताकि वह अपनी समस्या को अवगत करा सके तथा जनसभा में शामिल होने और अपने मांग पत्र सौंपने की अनुमति चाही हैं।