सहायक संचालक पर एफआईआर दर्ज की मांग

BHASKAR MISHRA
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raipur-congress_20141015_92042_15_10_2014 (1) रायपुर—जिला कांग्रेस कमेटी राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद के संचालक के खिलाफ जंग का एलान किया है। कांग्रेस का आरोप है कि पुस्तक छपाई में भारी त्रुटियों के साथ प्रदेश के छात्रों को दूसरे राज्यों के पाठ्यक्रम पढ़ाने का षडयंत्र रचा जा रहा है। इसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश सरकार और जिम्मेंदार ठहराया ।

             शहर कांग्रेस रायपुर अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ सरकार पर प्रदेश के छात्रों को उत्तर प्रदेश के पाठ्यक्रम से पढ़ाई कराना शर्मनाक और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। विकास उपाध्याय ने सीजी वाल को बताया कि पुस्तकों में त्रुटि के लिये राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद के सहायक संचालक एन.के.प्रधान और पुस्तक छापनें वाले एन.जी.ओ. एकलव्य और अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन के साठ-गांठ से इनकार नही किया जा सकता है। उपाध्याय के अनुसार सहायक संचालक प्रधान और पुस्तक छापने वाले एन.जी.ओ. के बीच भारी भ्रष्टाचार और लेन-देन हुई है। सहायक संचालक ने अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक से नही किया है। प्रधान नें पुस्तक छापनें वालों को फायदा पहुंचाने के साथ ही प्रूफ रिडिंग और पुस्तक में उपयोग होने वालें पेपरों की क्वालिटी देखे बिना पुस्तकों को बंटवा दिया है।

         कांग्रेस ने बताया कि एक तरफ राज्य सरकार छत्तीसगढ में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी बताकर आउट सोर्सिंग के जरिये दूसरों राज्यों के छात्रों को फायदा पहुंचानें शिक्षा विभाग में भर्ती करनें का प्रयास कर रही है। दूसरी तरफ राज्य के अधीन काम करनें वाले राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद पुस्तकों में त्रुटि कर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने की साजिश रच रही है।

     उपाध्याय नें राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद के सहायक संचालक एन.के.प्रधान और अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन, पर एफ.आई.करनें की मांग की है। उन्होंनें गलतियों के लिए जिम्मेदार सहायक संचालक एन.के.प्रधान के निवास का घेराव की चेतावनी भी दी है।

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