बिलासपुर— मरवाही थाना क्षेत्र के रटगा में 25 अगस्त की रात दिव्यांग युवती के साथ सामुहिक बलात्कार के सभी पांचों आरोपियों को पकड़ लिया गया है। पांचो आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376(छ),506,323,342 के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट के रास्ते केन्द्रीय जेल भेज दिया गया है। सभी आरोपियों को अलग अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।
एडिश्नल एसपी ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि पीडित का चाचा और मां ने घटना के दूसरे दिन 26 अगस्त को मरवाही थाना में लड़की के साथ सामुहिक बलात्कार की शिकायत की। लड़की का चाचा और मां ने बताया कि बच्ची जन्म से गूंगी बहरी है। रोज की तरह बच्ची मांगन खाने रटगा बाजार गयी। शाम को देर से लौटी। और रोते हुए इशारों ही इशारो में अपनी मां को आपबीती सुनाई। मांत ने कपड़ा उतार कर देखा कि गुप्तांग में चोट और पीठ पर खरोच के ताजा और गहरे निशान है। मामला समझते देर नहीं लगी।
पीडिता के चाचा ने बताया कि जानकारी मिलने के तुरंत बाद दिव्यांग लड़की को लेकर घटना स्थल पहुंचे। लड़की ने इशारे में जानकारी दी कि जब वह रटगा बाजार से लौट रही थी। उसी सम कुछ युवक जबरदस्ती मोटरसायकल पर बैठाए। तालाब की सीढ़ी पर ले गए। हाथ पैर बांधकर पांच लोगों ने बारी बारी से बलात्कार किया। इसके बाद गूंगी बहरी भतीजी ने आरोपियों की इशारों ही इशारों में पहचान बतायी।
ओपी शर्मा ने कहा कि पुलिस ने पीडिता की मां और चाचा की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया। इसके बाद पुलिस कप्तान के विशेष निर्देश पर आरोपियों की तलाश शुरू हुई। आ्रोपियों की धरपकड़ के बाद तहसीलदार के सामने शिनाख्ती कार्रवाई हुई। इस दौरान मूक बधिर विशेषज्ञ प्रदीप शर्मा ने पीड़िता की बातों को न्यायालय के सामने रखा।
शिनाख्ती कार्रवाई के बाद पांचो आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। ओपी शर्मा ने बताया कि पकड़े गए सभी पांचो आरोपी राजाडीह के रहने वाले हैं। आरोपियों के नाम डोेले कुजूर पिता सुखदेव कुजूर उम्र 21 साल निवासी राजाडीह गंगनई टोला, संजीव कुमार पिता सुखसेन उरांव निवासी राजाडीह मंदिर टोला है। इसके अलावा अन्य बलात्कारियो का नाम सूरज लहरे पिता रामशंकर दाव निवासी राजाडीह भिरहीनार, कृष्णा कुजूर पिता भोले सिंह निवासी राजाडीह गौरी शंकर पिता शिवचरण निवासी श्रमिक नगर कोतमा जिला अनुपपुर को गिरफ्तारी कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।