सिम्स नर्सों की शिकायत उच्च जांच समिति के हवाले

BHASKAR MISHRA
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jansunwaiबिलासपुर— कलेक्टोरेट स्थित मंथन सभागार में आज राज्य महिला आयोग अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने डेढ़ दर्जन मामलों की सुनवाई की। सिम्स अधीक्षक डॉ.आरके दास अध्यक्ष के तलब करने के बाद भी मंथनसभागार नहीं पहुंचे। राज्य महिला आयोग ने दास की अनुपस्थिति में जमकर फटकारा। महिला नर्सों ने आयोग में शिकायत की थी ड़ा.दास कर्मचारियों को प्रताड़ित करते हैं। मौखिक आदेश पर 8 की वजाय 18 घंटे की ड्यूटी लेते हैं।

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               मंथन सभागार में आज महिला आयोग अध्यक्ष को कुल 22 प्रकरण मिले। सभी आवेदक और अनावेदकों को तलब किया गया। 16 प्रकरणों की सुनवाई हुई। शेष 6 प्रकरणों को फाइलअप किया गया। आयोग ने दहेज प्रताड़ना, संपत्ति विवाद, कार्यस्थल पर प्रताड़ना, दैहिक शोषण के मामलों को गंभीरता से सुना।

                 राज्य महिला आयोग की अदालत में आज सिम्स अधीक्षक आर.के.दास को भी उपस्थित होना था। लेकिन दास नहीं पहुंचे। आयोग अध्यक्ष के कहने पर दास को अदालत में उपस्थित होने को कहा गया। लेकिन दूसरी तरफ से गलत नम्बर कह कर फोन काट दिया गया।

                      सिम्स अधीक्षक  दास के खिलाफ महिला नर्स और अन्य कर्मचारियों ने लिखित शिकायत की थी कि उन लोगों को प्रताड़ित किया जाता है। बोर्ड पर 18 घंटे का रोस्टर लगाया जाता है। जांच टीम के रिपोर्ट देखने के बाद हर्षिता पाण्डेय ने दास से सम्पर्क का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो पाया। महिला आयोग अध्यक्ष के अनुसार नर्सों की प्रताड़ना शिकायत को अब कलेक्टर की निगरानी में उच्च समिति जांच करेगी।

                                 महिला आयोग अध्यक्ष ने बताया कि सिम्स अधीक्षक और अधिष्ठाता संवेदनहीन और लापरवाह हैं। जिन मुद्दों पर जांच करने को कहा गया था उसे छोड़कर अन्य कई मामलों में रिपोर्ट तैयार कर भेज दिया गया है। इस प्रकार की गतिविधियों को बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

निर्भया फाउन्डेशन

                 हर्षिता पाण्डेय ने बताया कि आगामी छः महीनों में प्रदेश के 26 जिलों में निर्भया फाउन्डेशन स्थापित किया जाएगा। इन छः महीनों में फाउन्डेशन के लिए आधारभूत संरचना को लेकर नियम और आदेश की जानकारी सबको मिल जाएगी। इन छःमहीनों में निर्भया फाउन्डेशन का कार्यालय काम करने लगेगा। कार्यालय चाहे शासकीय भवन में हो या निजी भवन में लगे कोई मायने नहीं रखता। लेकिन फाउन्डेशन काम करने लगेगा। हर्षिता पाण्डेय ने बताया कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य होगा जहां सभी 26 जिलों में निर्भया फाउन्डेशन काम करने लगेगा।

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