मुंगेली–दो दिन पहले वायरल वीडियों की सच्चाई सामने आने के बाद मुंगेली कलेक्टर डॉ.सर्वेश नरेन्द्र भूरे ने जिला अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्रभार से हटा दिया है। सीएमओ की जिम्मेदारी अब जिला टाककरण अधिकारी कमलेश खैरवार को दी गयी है। कलेक्टर की कार्रवाई से प्रशासनfl अधिकारियों में हड़कम्प है।
बताते चलें कि दो दिन पहले पोस्टमार्टम के लिए जाने से पहले स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी शायद स्वीपर ने परिजनों से पन्द्रह सौ रूपए की मांग की। रूपया मांगते समय मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद थे। मामले को किसी ने गुपचुप वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। विडियो में साफ दिखाई और सुनाई दे रहा है कि कर्मचारी परिजनों से शराब पीने के लिए पन्द्रह सौ रूपया मांगा। इसके बाद ही पोस्टमार्टम करने की बात कही। वीडियो में यह भी दिख रहा है कि इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के.भूआर्य सब कुछ सुन रहे थे। लेकिन कुछ बोला नहीं। मामले को लेकर परिजनों ने जमकर नाराजगी भी जाहिर की।
वायरल वीडियो की जानकारी कलेक्टर डॉ.सर्वेश नरेन्द्र को भी मिली। उन्होने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल वीडियो की सच्चाई जानने का जिम्मा एसडीएम रूचि शर्मा को दिया। जांच पड़ताल के बाद वीडियो को सही पाया गया। रिपोर्ट मिलने के बाद कलेक्टर ने सीएमओ को आज पद से हटाते हुए जिला टीकाकरण अधिकारी कमलेश खैरवार को दिया है। कलेक्टर के सख्त कदम के बाद जिला प्रशासन में जमकर हड़कम्प है।
बताते चलें कि जिला अस्पताल मुंगेली में लगातार लापरवाही की मिल रही थी। खासकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर के भूआर्य की गतिविधियों को लेकर आम जनता में जमकर आक्रोश था। ताजा मामले में दो एक दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियों में मृतक के परिजन से कुर्सी पर बैठे सिविल सर्जन के ही सामने पोस्टमार्टम करने से पहले स्वास्थ्य कर्मचारी शराब के लिए पन्द्रह सौ रूपए की मांग कर रहा है।
वीडियो को किसी ने वायरल कर दिया। कलेक्टर ने संज्ञान में लेते हुए एसडीएम कोजांच की जिम्मेदारी दी। वीडियो की सच्चाई सामने आने के बाद कलेक्टर ने सिविल सर्जनको तत्काल प्रभार से हाटकर कमलेश खैरवार को दिया है। कलेक्टर ने बताया कि मामले में सख्त और उचित कार्रवाई की जाएगी।