मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ऐतिहासिक पहल करते हुए खनिजों से मिलने वाली रायल्टी का 30 प्रतिशत अब जिलों को भी प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह राशि जिला खनिज विकास निधि में दी जाएगी। इस निधि से निकट भविष्य मंे कोरबा जिले को भी काफी धनराशि मिलेगी। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार से मिलने वाले बजट के अतिरिक्त जिले को साल में करीब 180 करोड़ रूपए खनिज विकास निधि से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कोरबा जिले में कोयले की गैस पर आधारित यूरिया खाद संयंत्र निर्माण के लिए राज्य सरकार केन्द्र के स्तर पर हर संभव पहल करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिले के 122 मसाहती गांवों का, जिनकी जमीन का किसी भी तरह का राजस्व अभिलेख नहीं है, उनका भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी खड़गपुर) के सहयोग से सेटेलाईट सर्वेक्षण कराया जाएगा और वहां के लोगों को पट्टे दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत कोरबा जिले के लगभग 25 हजार हितग्राहियों को सामग्री और अनुदान राशि के चेक प्रदान किए।
उन्होंने जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उज्जवला योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में इस योजना के तहत दो साल में 25 लाख गरीब परिवारों को महिलाओं के नाम पर सिर्फ 200 रूपए का पंजीयन शुल्क लेकर रसोई गैस कनेक्शन, गैस चूल्हा और पहला सिलेण्डर निःशुल्क दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं को परम्परागत चूल्हे के धुएं से होने वाली बीमारियों से बचाएगी।
डॉ. सिंह ने इस अवसर पर आंगनबाड़ी के बच्चों को सुगंधित मीठा दूध पिलाकर कोरबा जिले में मुख्यमंत्री अमृत योजना का भी शुभारंभ किया।