सीयू के प्रशिक्षण में मिला व्यावहारिक ज्ञान

बिलासपुर । गुरू घासीदास विश्वविद्यालय, यू.जी.सी. – माॅनव संसाधन विकास केन्द्र में 15 जून से 11 जुलाई तक पन्द्रहवाॅ उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में विभिन्न विश्वविद्यालय/महाविद्यालय के 38 प्रशिक्षणाथिर्यों ने भाग लिया। उक्त प्रशिक्षण का समापन कार्यक्रम शनिवार को कुलपति प्रो. एस. पी. सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रो. एस. एल. स्वामी, निदेशक, डाॅ. रतनेश सिंह, उप-निदेशक एवं आरती सिंह, सहायक प्राध्यापक, एच.आर.डी.सी., गु.घा.वि.वि. उपस्थित थे।
स्वागत उदबोधन में माॅनव संसाधन विकास केन्द्र के निदेशक डाॅ एस. एल. स्वामी ने उन्मुखीकरण कार्यक्रम के विषय में संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होने कहा कि उक्त प्रशिक्षण 24 दिवस का था जो 96 सत्रों में आयोजित किया गया. जिसमेंं विभिन्न व्याख्यान, प्रायोगिक, परीक्षा आदि किये गये। ख्याति प्राप्त संस्थानों से विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित कर उनके द्वारा शैक्षिक प्रोद्योगिकी, व्यवहार प्रबंधन, शिक्षण विधि, उच्च शिक्षा में गुणवत्ता, संचार कौशल एवं सूक्ष्म शिक्षण आदि पर व्यख्यान हुए। साथ ही साथ जो प्राध्यापक यहाॅ से लाभांवित होकर जा रहे हैं, वे अपने संस्थानों में जाकर शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ायेगें और देश के निर्माण में सभी सहायक होगें। हम आने वाले सत्र में और नवीन चीजों को जोड़गें जिसमें क्रियेशन, लर्निंग को और इफेक्टिव बनायेगें। उन्होने कहा कि गुरू घासीदास विश्वविद्यालय के माॅनव संसाधन विकास केन्द्र को अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत् हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एस. पी. सिंह कहा कि सभी प्रतिभागीगण इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम में प्राप्त निर्देशों व मार्गदर्शन को अपने जीवन में अपनायें । जिससे आप एक दक्ष और लोकप्रिय शिक्षक बन सके। कबीर की वाणी से छात्रों को प्रेरणा देते हुए अंहकार से बचे रहने व ईमानदारी को अपनाने की बात कही।
इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों के प्रतिनिधि के रूप में डाॅ. विवेक अम्बलकर व तनजीन आरा खान ने कहा कि इस प्रशिक्षण में प्राप्त सूत्रों को अपने जीवन में अपनाने का आश्वासन देते हुए इस प्रशिक्षण को अपने जीवन का अत्यंत सुखद अनुभव बताया ।उन्होने एम.एच.आर.डी. व इसके सभी सदस्यों डाॅ. स्वामी, डाॅ. रतनेश सिंह, डाॅ. आरती सिंह, राजेश बतरा, सत्येन्द्र ठाकुर व गणेश यादव के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. आरती सिंह सहायक प्राध्यापक एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. रतनेश सिंह, उप-निदेशक एच.आर.डी.सी. ने किया।