CVRU में व्यक्त्वि विकास व इफेक्टीव कम्यूनिकेशन विषय पर सेमीनार

Chief Editor
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skilldevelopment_bsp_kota♦सुनना ही सफलता की चाबी है-डाॅ.बत्रा
♦साफ्ट स्किल की नेशलन ट्रेंनर डाॅ.पूनम बत्रा ने दिए जीवन में सफलता के टिप्स
बिलासपुर।डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में इंटरनल क्वालिटी एसुरेंस सेल द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया किया गया। जिसमें दिल्ली की साफ्ट स्किल की नेशलन ट्रेंनर डाॅ. पूनम बत्रा ने विद्यार्थियों को जीवन की सफलता के टिप्स दिए। डाॅ. बत्रा ने विद्यार्थियों को लक्ष्य, आत्मविश्वास, सकारात्मक सोच, पढ़ाई के तरीके,प्लानिंग,समय प्रबंधन, बाॅडी लेग्वेज, इंटरव्यू में चयन, डेªेस सेंस,उर्जा, उत्साह सहित अनेक विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।एक दिवसीय कार्यशाला में डाॅ.पूनम बत्रा ने बताया कि किसी दूसरे की बात सुनने की स्किल हर व्यक्ति में होना चाहिए। यह वो चाबी है जो व्यक्ति के जीवन की सफलता का दरवाजा खोलती है। दैनिक जीवन में हम किसी भी व्यक्ति से बात करें। उस दौरान आम तौर पर हम दूसरों की बात सुनना पसंद नहीं करते, यह पूरा बात समझे बिना ही उतावले पन से जवाब देने लगते हैं। यह नहीं होना चाहिए। हमें सामने वाले की पूरी बात सुनकर ही जवाब देना चाहिए।

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                                      डाॅ. बत्रा ने बताया कि जीवन में किन्ही भी स्थिति  में रूकना नहीं है लक्ष्य की तरफ लगातार आगे बढ़ते जाना है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को सबसे पहले तो अपने जीवन का लक्ष्य तय करना चाहिए कि वे जीवन में क्या बनाना और क्या करना चाहते ह। लक्ष्य तय करने के लिए काफी पैरामीटर है कि वे उन पैरामीटर का ध्यान रखना चाहिए। इसी तरह लक्ष्य तय करने के बाद उसकी प्लानिंग होनी चाहिए। डाॅ. बत्रा ने बताया कि सिर्फ लक्ष्य तय करने और उसकी प्लानिंग से ही काम नहीं होगा। इसके बाद गंभीर होकर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार कोशिश करना चाहिए। डाॅ. बत्रा ने विद्यार्थियों को बताया कि जीवन में हमेंशा सकारात्मक रहें हमेशा छोटे छोटे सकारात्मक बदलाव जीवन में करते रहें। सकारात्मक और आशावादी रहने से जीवन में वहीं होता है जैसा कि हम चाहते हैं।

इफेक्टीव कम्यूनिकेशन कैसे हो
डाॅ.बत्रा ने विद्यार्थियों को इफेक्टीव कम्यूनिकेशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होेंने बताया कि इफेक्टिीव कम्यूनिकेशन के लिए दार्शिक, मौखिक और वाचिक तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसी तरह किसी से भी मिलने से पहले उनके बारे में धारणा बना लेना भी सही नहीं है। सामने वाले की बात,व्यवहार और काम के आधार पर धारणा बनाना ठीक होता है।

युवाओं को आगे बढ़ने ऐसे आयोजन जरूरी-कुलपति
इस संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.पी.दुबे ने बताया कि विश्वविद्यालय में इंटरनल क्वालिटी एसुरेंस सेल गठन किया गया है। जो विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए काम करता है। समय समय पर मोटिवेशनल स्पीकर और आईकाॅन्स को बुलाया जाता है। जिससे युवाओं को व्यकितत्व का विकास हो और वे आर्दश तय कर जीवन में आगे बढ़े। इस क्रम में जिसमें दिल्ली की साफ्ट स्किल की नेशलन ट्रेंनर डाॅ. पूजा बत्रा ने आज विद्यार्थियों को बहुत सी जानकारी दी है।

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