बिलासपुर–हाईकोर्ट परिसर में निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत गिरने का मामला तूल पकड़ने लगा है। घटना दिनांक 16 फरवरी से ही हाईकोर्ट के वकील लगातार इस मामले में दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने और मामले की सुप्रीम कोर्ट के जज के माध्यम से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं। अब तक वकीलों की मांग पूरी नहीं हुई है। मांग पूरा ना होते देख वकीलों ने अब अपने आंदोलन को ज्यादा उग्र कर दिया है।
आंदोलनकारी वकीलों का कहना है कि मामले में जो लोग दोषी हैं अभी तक उनके खिलाफ पुलिस एफ.आई.आर तक दर्ज नहीं की है। इससे साबित होता है कि मामले को दबाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। हाईकोर्ट मुख्य द्वार के सामने धरने पर बैठे वकीलों ने बताया कि अभी तक इस मामले में जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के दिशा में कोई भी ठोस पहल नहीं की गयी है। ऐसा लगता है कि घटना में दोषी लोगों को राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है।
मालूम हो कि 16 फरवरी को शाम करीब चार बजे हाईकोर्ट परिसर में निर्माणाधीन अकादमी भवन की छत, ढलाई के दौरान गिर गयी थी। घटना में एक मजदूर की मौत हो गई थी और दर्जनों मजदूर घायल हो गए थे। जिनका इलाज फिलहाल विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।