इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कॉलेजों में दाखिले के समय छात्र-छात्राओं को होने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों को ध्यान में रखकर उच्च शिक्षा विभाग को ऑन लाइन प्रवेश प्रणाली शुरू करने और इसके लिए विशेष सॉफ्टवेयर बनवाने के निर्देश दिए थे। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की संस्था ‘चिप्स’ के सहयोग से यह सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. बी.एल. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के पांच सरकारी विश्वविद्यालयों और उनके अंतर्गत 214 सरकारी कॉलेजों के लगभग दो लाख विद्यार्थियों को इस सॉफ्टवेयर का लाभ मिलेगा। इन विश्वविद्यालयों में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, सरगुजा और बस्तर विश्वविद्यालय तथा दुर्ग और बिलासपुर विश्वविद्यालय शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ‘सेतु’ सॉफ्टवेयर का पूरा नाम स्टूडेंट्स एम्पावरमेंट थ्रू टेक्नालॉजी यूटिलाइजेशन अर्थात् टेक्नालॉजी के उपयोग के जरिये विद्यार्थियों का सशक्तिकरण है।
इस नये सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल के लिए विभाग द्वारा कॉलेजों के नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ देश के उन कुछ गिने-चुने राज्यों में से है, जहां छात्र-छात्राओं को ऑन लाइन कॉलेज एडमिशन की सुविधा मिलेगी। अब तक यह सुविधा मध्यप्रदेश, गुजरात, ओडिशा और हरियाणा सहित कुछ अन्य राज्यों में दी जा रही है।
वेबसाइट में प्रॉस्पेक्टस अपलोड होने पर छात्र-छात्राओं को कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के प्रवेश नियमों तथा वहां उपलब्ध पाठ्यक्रमों आदि के बारे में आसानी से जानकारी मिल सकेगी और किसी भी प्रॉस्पेक्टस के लिए उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। वे इस वेबसाइट से प्रॉस्पेक्टस आसानी से डाउनलोड कर सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग अपनी नई वेबसाइट में विभागीय योजनाओं और उपलब्धियों को भी प्रदर्शित करेगा।