सेन्दरी रेत घाट में रेतमाफिया का कानून

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IMG-20160203-WA0015   IMG_20160207_112534बिलासपुर—खनिज विभाग के नियम होंगे तो होंगे..लेकिन अरपा नदी के सेन्दरी स्थित अवैध रेत घाट पर सरकारी नियम और कानून नहीं चलते…सेन्दरी घाट का रेत माफिया खनिज विभाग को कुछ समझता भी नहीं…यदा कदा समझ भी लिया तो…उसकी कृपा से…कार्रवाई के पहले ही ठेकेदार तक खबर पहुंच जाती है। यदा कदा गाड़ी या जेसीबी जब्त भी हो गयी…तो सेन्दरी घाट का रेतमाफिया पेनाल्टी देने के बाद अवैध उत्खनन का धंधा पहले से कहीं अधिक और व्यापक स्तर पर शुरू कर देता है….। सेन्दरी रेत घाट से अवैध उत्खनन में सरंपच पति का भरपूर सहयोग है।

अरपा की छाती से अवैध रेत उत्खनन के विरोध में सीजी वाल ने विशेष अभियान चलाया था..प्रशासन ने कार्रवाई कर रेत कारोबारियों के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई भी की..कई रेत ठेकेदारों की गाड़ियां जब्त हुई..जेसीबी को थानें में खड़ा कर दिया गया। व्यापक कार्रवाई का बहुत अधिक सेन्दरी घाट के किंग पर नहीं हुआ..गाड़ी छूटते ही रेत ठेकेदार ने अवैध कारोबार पहले से कहीं व्यापक स्तर पर शुरू कर दिया…। यह जानते हुए भी लगातार अवैध रेत उत्खनन से तट के वाल को गिरने का खतरा है…। सेन्दरी घाट रेत अवैध उत्खनन में स्थानीय सरपंच पति की भी भूमिका है। बावजूद दावा यह कि रेत घाट का आबंटन नहीं हुआ है।

कार्रवाई का सेन्दरी रेत घाट के ठेकेदार पर किसी प्रकार का असर नहीं है…एक दिन में तीस से चालिस ट्रिप हाइवा से रेत का परिवहन हो रहा है। सड़क किनारे बनाए गए ठिकाने पर पाले हुए पण्डे खाना पीना करते हैं…इसके बाद रात दिन रेत का उत्खनन कर रहे हैं…आते जाते किनारे रेत अवैध टिला देखा जा सकता है।रेत ठेकेदार के ठिहे पर सरपंच पति प्रतिनिधि रेत ढोने वाली गाड़ियों का रायल्टी पर्ची काटता है। उसने बताया कि एक हाइवा रेत की कीमत चार से पांच हजार रुपए है…। उसे सरपंच पति ने रायल्टी कांटने की जिम्मेदारी दिया है।

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IMG_20160202_104911                       रायल्टी पर्ची काटने वाले ने बताया कि हम लोग आठ सौ रूपए की रसीद काटते हैं…। सेन्दरी सरपंच पति प्रतिनिधि ने बताया कि यह सच है कि एक हाइवा रेत की कीमत 260 रूपए है। लेकिन सरपंच पति के आदेश से आठ सौ रूपए की रायल्टी पर्ची काटी जा रही है। रेत परिवहन का काम मुन्ना सिंह करते हैं…सरपंच पति ने उन्ही यहां से रेत निकालने का आदेश दिया है।

सेन्दरी रेत माफिया का सूचना तंत्र काफी मजबूत है…कार्रवाई के पहले ही खनिज विभाग की गतिविधियों की जानकारी हो जाती है। इसके पहले रेतघाट तक खनिज अमला पहुंचे हाइवा और जेसीबी को गायब कर दिया जाता है। दबाव में कभी कभार टोटके के लिए दो एक गाड़ियों को खनिज विभाग कार्रवाई के लिए सौंप देता है। रेत माफिया ने बताया कि ऐसा करना पड़ता है। सीजी वाल को सरपंच पति ने बताया कि सेन्दरी रेत घाट में किसी प्रकार का अवैध उत्खनन नहीं किया जा रहा है। लेकिन ट्रैक्टर पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं है।

खनिज विभाग प्रमुख कलेक्टर महोदय अरपा बचाओं मुहिम को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हैं..लेकिन उनका ही अमला आखों के सामने हो रहे अवैध उत्खनन को रोकने में नाकामयाब है। सड़क किनारे सेन्दरी अवैध रेत घाट से बेतहासा रेत उत्खनन हो रहा है। बावजूद इसके खनिज अमले को कुछ नहीं दिखाई दे रहा है। खनिज विभाग के एक निरीक्षक ने बताया कि यदि आदेश मिलेगा तो कार्रवाई करेंगे…अन्यथा हमारी तरह मीडिया भी मानकर चलें कि सेन्दरी घाट में रेत का उत्खनन नहीं हो रहा है।IMG_20160202_104914

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बहरहाल सेन्दरी में अवैध रेत का कारोबार जोरों पर है…खनिज विभाग को भी मालूम है कि सेन्दरी घाट पर अरपा की छाती को जर्जर किया जा रहा है। पर्यावरण और परिवहन विभाग से तो कार्रवाई की उम्मीद करना बेइमानी है…क्या कलेक्टर फिर से एक बार बड़ी कार्रवाई करेंगे..ताकि रेतमाफियों का मनोबल को तोड़ा जा सके…यदि यह संभव नहीं है तो फिर अरपा बचाओं की चिंता करना केवल एक धोखा है…खुद के साथ भी..बिलासपुर की जनता के साथ भी….

बताना जरूरी है कि सेन्दरी में ही अरपा तट पर करोड़ों की लागत से वाल तैयार किया गया है। दो एक जगह तो अवैध रेत उत्खनन से वाल धसक भी गया है। अवैध रेत उत्खनन पर रोक नहीं लगाया गया तो एक दिन वाल का अस्तित्व मिट जाना तय है।