नईदिल्ली।अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 10 और 11 जून को नई दिल्ली में आयोजित हुई। इस बैठक के समापन कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा सांसद,अशोक गहलोत महासचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं रणदीप सुरजेवाला मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने संबोधित किया।
समापन समारोह में राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत करने से पहले वर्तमान में राष्ट्र की स्थिति और उपस्थित चुनोतियों के विषय में सेवादल पदाधिकारियों के विचार जाने।उन्होंने बताया कि rss स्पष्ट रूप से जातिवाद स्त्री पुरुष में भेदभाव धर्म के आधार पर भेदभाव में विश्वास रखती है वह अपने अलावा सभी आवाजों को समाप्त कर देना चाहते हैं।वह देश के संविधान और संवैधानिक संस्थाओं की आजादी को समाप्त करना चाहते हैं।2 दिन तक चली कार्यकारिणी की बैठक के निर्णय से राहुल गांधी को अवगत कराने पर राहुल ने उन प्रस्ताव का अनुमोदन किया और कहा कि सेवादल को उसके ढांचे और कार्यों में पूर्ण सत्यता और स्वतंत्रता प्राप्त रहेगी। इस घोषणा पर सेवा दल कार्यकारिणी के सदस्य झूम उठे और उनकी प्रसन्नता का ठिकाना नहीं रहा।
मोतीलाल वोरा ने कहा कि सेवादल सांप्रदायिक शक्तियों से मुकाबला करने में सक्षम है।अशोक गहलोत कांग्रेस महासचिव ने बताया कि राजीव गांधी ने सभी सांसदों और विधायकों का सेवा दल प्रशिक्षण लेना अनिवार्य किया था ।सेवा दल ने अनेक प्रांतों में आपदा और लोगों की समस्याओं के समय बहुत अच्छे अच्छे काम किए। मुख्य संगठक लाल जी देसाई ने कहा कि राहुल कहते हैं वक्त है बदलाव का इसी को ध्यान में रखते हुए 2 दिन की विचार विमर्श के बाद सेवादल में राष्ट्र निर्माण राष्ट्र सेवा संगठन और नेतृत्व निर्माण और संगठन सेवा के कार्यक्रम अपने लिए निर्धारित किए हैं।इन कार्यक्रमों के माध्यम से हम देश का संविधान संवैधानिक संस्थाएं राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को बचाने का काम करेंगे। ध्वज की आन बान शान और सम्मान को बढ़ाने के लिए सेवादल देशभर में ध्वजवंदन कार्यक्रम आयोजित करेगा। इंदिरा जी के बलिदान दिवस पर देश भर में रक्तदान कार्यक्रम आयोजित करेगा ।2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के आह्वान के अनुरूप बाहरी और आंतरिक सफाई का कार्यक्रम देशभर में चलाएगा।जिससे बाहर का पूरा तो साफ होगा मन का मैल और आत्मा भी शुद्ध होगी सेवादल दुर्गे के विरुद्ध तिरंगे की लड़ाई के लिए पूरे भारत में मैदान में उतरेगा कार्यक्रम का प्रारंभ वंदे मातरम और समापन राष्ट्रगान से हुआ।