हर जिले में सौ-सौ एकड़ में ब्लॉक प्लांटेशन

बिलासपुर । हरियाली एवं पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से तथा जरूरतमंद लोगों के लिए आय का जरिया बनें, इसके लिए संभाग के सभी जिलों में कम से कम 100 एकड़ में ब्लाॅक प्लानटेंशन करें। इसके साथ ही कोसाफल संग्रहण, धागाकरण एवं इसके लिए हितग्राहियों को प्रशिक्षण भी दें। संभागीय कमिश्नर सोनमणि बोरा ने कोरबा कलेक्टोरेट में संभाग के सभी कलेक्टरों की बैठक में उक्त निर्देश दिए।
उन्होने कहा कि सभी जिले में कम से कम 100-100 एकड़ चयनित कर पौधरोपण करायें। इसके साथ ही हितग्राहियों को कोसा फल संग्रहण एवं धागाकरण के लिए प्रशिक्षण भी दें। उक्त तीनों कार्य साथ-साथ चलना चाहिए। श्री बोरा ने कहा कि इसमें ऐसे पौधों को प्राथमिकता दें, जिसमें अधिक से अधिक कोसाफल उत्पादन किया जा सके। इससे इको टूरिज्म की दृष्टि से भी बढ़ावा दिया जा सकता है। इससे हरियाली के साथ-साथ जरूरतमंद हितग्राहियों को आय का स्त्रोत मिलेगा। वहीं पर्यटकों के लिए भी पर्यटन स्थल सुलभ होगा। इस कार्य से कोसा विजन के लक्ष्य को पूरा करने में भी सहयोग मिलेगा। संभागायुक्त ने सभी कलेक्टरों को 100-100 एकड़ भूमि चयन कर विस्तृत प्रस्ताव वन विभाग को भेजने के निर्देश दिये। साथ ही उसकी प्रतिलिपि स्वयं को भेजने को कहा। ताकि इस पर त्वरित कार्यवाही की जा सके। बैठक में बिलासपुर कलेक्टर सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, कोरबा कलेक्टर श्रीमती रीना कंगाले, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, मुंगेली के प्रभारी कलेक्टर, डिप्टी कमिश्नर पी..डी.झा एवं संतनदेवी जांगड़े सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।