अंधे कत्ल का खुलासा…हिरासत में भतीजा

BHASKAR MISHRA
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IMG_20150809_144714बिलासपुर—25 जुलाई को सोनलोहर्षि हत्याकाण्ड का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। बिलासपुर पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है। हत्याकाण्ड में आरोपी भृगु कुमार के अलावा आरोपी मॉ चन्द्रिका बाई पिता लव कुमार मौसा भागवत साहू को कल न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस ने हत्या का कारण टोनही प्रताड़ना का होना बताया है।

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               फिल्मी तर्ज पर घर में घुसते ही हमला कर मौत के घाट उतारने के इस मामले में मस्तूरी थाना के सोनलोहर्षि गांववासियों को दहशत से भर दिया था। 25 जुलाई की रात्रि सुन्दरी बाई के घर एक दस्तक हुई। दरवाजा खोलने गई सुन्दरी की लड़की संतोषी पर हमला हुआ। संतोषी की चीख सुनकर पिता कुश कुमार साहू दरवाजे की तरफ भागा उसके सिर पर नकाबपोश ने गड़ासे से हमला कर दिया। सुन्दरी बाई ने जब आवाज सुनी तो वह भी दरवाजे की ओर गई। जिस पर भी अज्ञात हमलावर ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। एक परिवार पर हुए इस हमले की जानकारी ग्रामीणों को उस समय लगी। जब हमलावर वार से घायल कुश कुमार गांव की ओर भागा। उसकी आवाज सुनकर ग्रामवासी जाग गए और लव कुमार की घर की तरफ पहुंचे। उस दौरान हमलावर घटना को अंजाम देकर भाग चुका था। लोगों ने हत्या की सूचना मस्तूरी थाने को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच को आगे बढ़ाया। लेकिन पुलिस को ऐसा कोई सुराग नहीं मिला कि हमलावर नकाबपोश को बेनकाब कर सकें।

                           मस्तूरी के सोनलोहर्षि में हुए अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाने में जुटी पुलिस को सूचना मिली कि कुश का एक जुड़वा भाई भी है जिसका नाम लव है। दोनों परिवार के बीच जमीन जायजाद को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है। जांच में जुटी पुलिस के सामने एक बात सामने आयी कि लव कुमार और उसका परिवार सुन्दरी बाई को हमेशा टोनही कहकर प्रताड़ित किया करता था। इसी बात को आधार बनाकर जांच कर रही पुलिस किसी नजीजे पर नहीं पहुंच पा रही था। क्योंकि लव कुमार घटना के समय अपने परिवार के साथ घर पर ही था। इसी दौरान पुलिस को एकअहम सुराग हांथ लगा कि लव कुमार का लड़का भृगु कुमार जो गोवा से गुपचुप तरीके गांव तो आया लेकिन अपने घर नहीं गया। वह अपने मौसा भागवत साहू के घर रहकर योजनाबद्ध तरीके से 25 तारीख की रात सुन्दरी बाई के परिवार पर हमला कर फरार होगया।IMG_20150809_151407

                  पुलिस ने पुलिस कप्तान के दिशा निर्देश पर भृगु कुमार की मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने साइबर सेल की मदद ली। जिससे पुलिस का शक हकीकत में बदल गया। क्योंकि भृगु कुमार के मोबाइल का लोकेशन उन्ही स्थानों पर पाया गया। जहां 25 जुलाई को वारदात को अंजाम दिया गया था। पूरा मामला अब आइने की तरह साफ हो चुका था। पुलिस कप्तान ने एक टीम का गठन कर गोवा भेजा। विशेष टीम ने गोवा पुलिस की सहायता से भृगु कुमार को धर दबोचा। पूछताछ के दौरान भृगु कुमार ने बताया कि उसके पिता लव कुमार ने उससे फोन पर बताया कि उस पर और उसकी मां पर चाचा कुमार और उसकी पत्नी ने टोना जादू कर दिया है। जिसके चलते उसकी मां हमेशा बीमार रहती है। बीच में कुछ कुमार आंगन में लगे बांस के पेड़ को भी काटकर ले गया है। तुम तीन भाई तो गोवा में रहते हो। लेकिन मेरा यहां रहना मुश्कित हो गया है। कुश कुमार अपने परिवार के साथ हमेशा मुझे परेशान किया करता है।

               पिता की बातों से गुस्साए भृगु ने बदला लेने की ठान ली। अपने दोस्त दीनेश मांझी झारखण्ड निवासी लेकर हत्या करने के उद्देश्य से 17 जुलाई को गुपचुप तरीके लोहर्षि आया। अपने मौसा के घर छिपकर रह रहे भृगु कुमार और दिनेश मांझी को लव कुमार ने गंडासा दिया। जिसे लेकर दोनों 25 तारीख की शाम कुश कुमार के घर पहुंचे। भृगु ने चेहरे पर गमझा बांधा और दिनेश को घर से कुछ दूरी पर तैनात कर दिया। अंधेरा होते ही भृगु ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजे की आहट सुनकर संतोषी ने दरवाजा खोला तो उस पर हमला करने के बाद कुश कुमार पर वार कर घाय़ल कर दिया। घायल कुश वहां से बस्ती की ओर भागा। इस बीच सुन्दरी बाई को अकेला पाकर उसने पांच छः बारकर उसे मौत के घाट उतार दिया।

                   भृगु कुमार की बयान के बाद पुलिस उसे मस्तूरी पहुंची। हत्या में शामिल मौसा भागवत साहू,पिता लव कुमार साहू,माता चन्द्रिका बाई को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किय गए गंडासे और वाहन को भी बरामद किया है। पुलिस कप्तान ने आज मामले का खुलासा बिलासागुड़ी में पत्रकारों के सामने किया।

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