रायपुर।छत्तीसगढ़ के किसानों की आय अगले पांच साल में दोगुनी करने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके लिए मुख्य सचिव विवेक ढांड की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय संचालन समिति की बैठक मंत्रालय में हुई। बैठक में किसानों की आय बढ़ाने के लिए खेती-किसानी में नई तकनीकों का उपयोग और कृषि लागत कम करने, उद्यानिकी फसलों का रकबा बढ़ाने, टमाटर और सब्जियों के अधिक उत्पादन वाले जशपुर, दुर्ग, बेमेतरा, सुरजपुर आदि जिलों में शीतगृहों का निर्माण करने, कोसा एवं बांस का उत्पादन, बकरी पालन, मछली पालन और दूध उत्पादन सहित अनेक उपायों पर चर्चा की गई। वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विभिन्न विभागों-उद्यानिकी, मछली पालन, पशु पालन, वन, सहकारिता, ग्रामोद्योग, जल संसाधन, उद्योग, खाद्य, वित्त और ग्रामीण विकास विभाग के लिए कृषि विभाग द्वारा रोडमैप तैयार किया गया है।
बैठक में मुख्य सचिव ने उद्यानिकी विभाग को फलों, सब्जियों, मसालों और फूलों की खेती के लिए राज्य स्तर पर व्यापक कार्ययोजना तैयार करने और टमाटर के लिए प्रोसेसिंग यूनिट बनाने के निर्देश दिए। खाद्य विभाग को राज्य भण्डार गृह निगम द्वारा अधिक से अधिक भण्डार गृहों का निर्माण करने, वन विभाग को बांस-बाड़ी योजना के तहत बांस का उत्पादन बढ़ाने, ग्रामोद्योग विभाग को कोसा उत्पादन बढ़ाने, पशुपालन विभाग को बकरी पालन एवं बैकयार्ड कुक्कुट पालन को बढ़ावा देने, मछली पालन विभाग को पोखर निर्माण, मछली बीज का उत्पादन और केज कल्चर यूनिट की स्थापना तथा ऊर्जा विभाग को सिंचाई पम्पों का विद्युतीकरण सहित चारा उत्पादन और डेयरी विकास के निर्देश दिए गए।