अटल ने पूछा..तब सांसद,मौन क्यों थे..बताएं..किसानों के क्यों हो रहा भद्दा मजाक..करेंगे काला कानून का विरोध

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- सांसद अरुण साव के कषि बिल पर आयोजित संवाद कार्यक्रम को कांग्रेस नेताओं ने आड़े हाथ लिया है। कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि सांसद अरूण साव  किसानों को गुमराह ही नही धोखा भी दे रहे हैं।
 
                      प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने सांसद अरूण साव के कषि संवाद कार्यक्रम में दिए गए बयान पर निशाना साधा है। अटल ने कहा केंद्र की भाजपा सरकार और छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसद और नेता  पिछले वर्ष धान खरीदी में समर्थन मूल्य 2500 का विरोध किया।  वहीं केंद्र की मोदी सरकार ने स्पष्ट कहा कि  2500 रुपये समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जाती है तो केंद्रीय पूल का धान नही लिया जाएगा। और तब अरुण साव मौन थे?
 
             अटल श्रीवास्तव ने बताया कि काला बाज़ारी,भंडारण को रोकने के लिए 1955 में ” आवश्यक वस्तु कानून बनाया गया। ताकि उद्योगपतियो ,व्यपारियो पर नियंत्रण किया जा सके । किसानों को उनकी मेहनत का सही दाम मिले । इसके तात्कालीन समय किसानों की पैदावर के लिए मंडी व्यवस्था की गयी। समर्थन मूल्य लागू किया गया। लेकिन वर्तमान मोदी सरकार किसानों को संरक्षण देने वाले सारे कानूनों को समाप्त कर किसानों को उद्योगपतियो और व्यपारियो के रहमोकरम पर छोड़ रही है।
     
             अटल श्रीवास्तव ने कहा कि सांसद अरुण साव से किसान जानना चाहते हैं कि जब किसान को उत्पाद का समर्थन मूल्य नही मिल पायेगा तो फिर किसान आत्मनिर्भर और सबल कैसे बनेगा। ग्रामीण आय दुगुनी होगी कह देने मात्र से कैसे दुगनी होगी।  किस व्यवस्था से होगी स्पष्ट करना चाहिए? रोजगार के अवसर कैसे बढ़ेंगे? 
     
              आगे अटल ने हमला करते हुए कहा कि जब के केंद्र सरकार 2500 रुपये समर्थन मूल्य देने में हाथ खड़ा कर रही है। फिर किसानों को कैसे वाजिब दाम मिलेगा ? किस  दर पर मिलेगा? सांसद अरुण साव को बताना चाहिए? सांसद एक ओर तो वन नेशन वन मार्केट की बात कर रहे है ,वही यह भी बता दें कि किसान अपनी उपज जहां चाहे वहाँ बेच सकता है ,ये विरोधाभास क्यो?
 
            सांसद बता रहे है कि युद्ध,अकाल,या राष्ट्रीय आपदा पर सरकार भंडारण पर नियंत्रण करेगी। इसका मतलब बाकी समय मे सरकार का कोई नियंत्रण नही होगा। कालाबाज़ारी ,लूट खसोट चलता रहेगा । किसान -मजदूर या गरीब को राशन दुकान से भी कोई अनाज नही मिलेगा । जिस देश मे 558.5 अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज हो ,जो प्रति वर्ष 2.8% की दर से बढ़ रहा है। ,ऐसे में किसान ,गरीब जनता को आत्मनिर्भर का झुनझुना पकड़ना ,जनता के साथ भद्दा मजाक से ज्यादा कुछ नही है ।
 
,                             अटल श्रीवास्तव ने कहा कांग्रेस काला कानून का विरोध करेगी। किसानों के हितों से कोई समझौता नही होगा।
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