रायपुर— अमित जोगी ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि अधिकारी बाज आए…या फिर प्रदेश से बाहर जाए। छत्तीसगढियों को हल्के में लेने की हिमाकत ना करें। बसना में पदमपुर चौक से शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा हटाये जाने का विरोध करते हुए अजीत जोगी के साथ यह बातें अमित जोगी कही।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और अमित जोगी ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि पुलिस के आला अधिकारी के छत्तीसगढ़ियों के प्रति दुर्व्यव्यहार को बर्दास्सत नहीं किया जाएगा। मरवाही विधायक अमित जोगी ने कड़ी निंदा के साथ प्रदेश के उन सभी अधिकारियों को चेताया है कि लगातार छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ के लोगों के प्रति दुर्भावना से काम ना करें।
जोगी ने कहा कि ऐसे लोग छत्तीसगढ़ से बाहर जा सकते हैं। अमित जोगी ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी और महान राष्ट्रभक्त शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतीमा को अपमानित कर हटाया जा सकता है और विरोध करने गए छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री को एरा- गैरा कहकर अपमानित किया जा सकता है तो राज्य के बेलगाम अधिकारी प्रदेश की आम जनता के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे।
जोगी ने कहा कि जिस पुलिस अधिकारी ने जोगी के साथ दुर्व्यवहार किया उस पर कुछ दिनों पहले स्थानीय भाजपा नेता के बेटे को बलात्कार मामले में बचाने का गंभीर आरोप लगा हैं। अमर शहीद वीरनारायण सिंह की प्रतीमा को हटाने से प्रदेश के आदिवासी समाज ही नहीं बल्कि सर्व समाज आहात है। शासन.प्रशासन ने उनके बलिदान का अपमान किया है। पहले रानी दुर्गावती और अब शहीद वीर नारायण सिंह की उपेक्षा और अपमान छत्तीसगढ़ की विरासत और अस्मिता का अपमान है। सरकार तत्काल अमर शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतीमा को सम्मान के साथ स्थापित करे।