बिलासपुर— वरिष्ठ अधिवक्ता रामदास राय के निधन के चलते नक्सलियों को मदद करने वाले सिमी आतंकियों की आज गवाही नहीं हुई। जिला सत्र न्यायालय में आज अधिवक्ता रामदास राय को याद करते हुए जिला सत्र न्यायालय के अधिवक्ताओं ने श्रद्धांजली दी। दो मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा की शांति के लिए उपस्थित लोगों ने प्रार्थना की।
वरिष्ठ अधिवक्ता रामदास राय के निधन के चलते आज कोर्ट में कई अहम मामलों की सुनवाई नहीं हो सकी। दिवंगत वरिष्ठ अधिवक्ता रामदास राय को अधिवक्ताओं ने श्रद्धांजली दी। इसके बाद काम काज ठप हो गया। कामकाज ठप होने से आज सीमि को सहयोग करने के आरोप में महत्वपूर्ण गवाही भी नहीं हुई। कोर्ट ने गवाही के लिए जल्द ही तारीख देने का फैसला किया है।
मालूम हो कि सिमी आतंकियों को सहयोग देने के आरोप में रायपुर पुलिस ने खमतराई से साल 2014 में धीरज साव,जुबैर अहमद और पत्नी आयशा बानों को गिरफ्तार किया था। मामले में पुलिस ने 15 लोगों को गवाह बनाया है। जिनमें से कई लोगों की गवाही हो भी चुकी है। कुछ महत्वपूर्ण गवाही का होना अभी बाकी था। लेकिन वरिष्ठ अधिवक्ता रामदास राय के आकस्मिक निधन से गवाही आज नहीं हो सकी है।
अधिवक्ता और न्यायाधीश ने रामदास राय को श्रद्धांजली देने के बाद सुनवाई के कामकाज बंद कर दिया। जल्द ही गवाही के लिए तारीख की घोषणा की जाएगी।