बिलासपुर।करीब तीन साल पहले अनुपातहीन सम्पत्ति के मामले में पकड़े गए पटवारी वी. के. तम्बोली को गिरफ्तार किए जाने की खबर है। यह गिरफ्तारी एसीबी की टीम ने की ।गिरफ्तारी के बाद पटवारी को एसीबी ने प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री खिलावन राम रिगरी की अदालत में पेश किया। जहां से उन्हे जेल भेजने की तैयारी है।
मिली जानकारी के मुताबिक पटवारी वी. के. तम्बोली इस समय पेण्ड्रा इलाके में पदस्थ हैं। अगस्त 2014 में तब वे तिफरा में पदस्थ थे ,उस समय एसीबी ने उनके भारतीनगर स्थित घर पर छापा मारा था। इस छापामार कार्रवाई में उनके घर से सोना और नगद के रूप में अनुपातहीन सम्पत्ति जब्त की गई थी। उस दौरान पटवारी को घर के पीछे बीस लाख रुपए का बण्डल फेंकते हुए एसीबी की टीम ने देख लिया था। और उसे भी फऔरन जब्त कर लिया था।
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अनुपातहीन सम्पत्ति मिलने के बाद वी.के. तम्बोली को सस्पेंड कर बिलासपुर तहसील में अटैच किया गया था। लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं होने पर बाद में उन्हे पेण्ड्रा में पदस्थ किया गया ।
शुक्रवार को एसीबी ने अपनी प्रक्रिया पूरी कर वी.के. तम्बोली को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के लिए एसीबी के एसपी करोसिया के साथ टीम पहुंची थी। गिरफ्तारी की भनक लगने पर पटवारी ने करीब घंटे भर का समय टॉयलेट में बिताया । लेकिन आखिर गिरफ्तारी कर ली गई।
जमानत की अर्जी नहीं
गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने वी. के. तम्बोली को बिलासपुर में प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में पेश किया । इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1) और 13(2) के तहत आरोप पत्र पेश किया गया है। इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर 4 से 10 साल तक की सजा का प्रावधान है।मामला पेश होने के बाद गिरफ्तार पटवारी को जेल भेजे जाने की तैयारी है। आरोपी के अधिवक्ता अर्जुन सिसोदिया ने बताया कि उनकी ओर से जमानत की अर्जी नहीं लगाई गई है।