बिलासपुर—विराट अपहरण काण्ड का मास्टर माइन्ड राजकिशोर की शिनाख्ती आज तहसील कार्यालय में हुई। शिनाख्ती की कार्रवाई करीब दो घण्टे से अधिक समय तक हुई। इस दौरान विराट के माता पिता भी मौजूद थे। गुपचुप वाले ने बताया कि इसी ने अपहण के पहले मोबाइल मांगा और सिम निकालकर वापस किया। विराट ने बताया कि इसी व्यक्ति ने अपहरण के दौरान प्रताडित किया और रूकने की व्यवस्था की। दूसरे कार से ठिकाने तक पहुंचाया।
एक दिन पहले न्यायिक रिमाण्ड पर जेल गया विराट अपहरण का मास्टर माइन्ड राजकिशोर की आज तहसील कार्यालय में शिनाख्ती हुई। दोपहर करीब 11 बजे के बाद राजकिशोर को तहसील कार्यालय लाया गया। अतिरिक्त तहसीलदार के कोर्ट में पेश किया गया। अतिरिक्त तहसीलदार के सामने विराट और गुपचुप बेचने वाले को भी खड़ा किया गया।
अतिरिक्त तहसीलदार की मौजूदगी में विराट ने राजकिशोर को पहचान गया। पूछताछ के दौरान विराट ने बताया कि इसी ने गाड़ी मे बैठाकर ठिकाने में रखा। इसने इस दौरान अपने साथियों के माध्यम से प्रताड़ित भी किया। विराट ने इसके अलावा बहुत सी जानकारी दी। अतिरिक्त तहसीलदार को बताया कि पूरे घटनाक्रम के दौरान राजकिशोर सरगना था। उसी के हिसाब से उसके साथी काम को अंजाम दे रहे थे। इसके अलावा विराट से क्या कुछ सवाल किए गए इसकी जानकारी फिलहाल बाहर नहीं निकल सकी है।
जानकारी मिली है कि शिनाख्ती के दौरान गुपचुप वाले ने भी राजकिशोर को पहचान लिया है। उसने बताया कि राकिशोर ने ही उससे मोबाइल मांगा और सिम को निकालकर लौटा दिया। लेकिन उस दौरान इसकी जानकारी उसे नहीं हुई। अपहरण के बाद पुलिस जांच पड़ताल में मालूम हुआ कि राजकिशोर और उसके साथी ने उसकी मोबाइल से सिम को पार कर दिया है।
शिनाख्ती के दौरान पुलिस और विराट के माता पिता अलग थे। सूत्रों की माने तो विराट ने राजकिशोर को सामने आते ही पहचान लिया। शिनाख्ती कार्रवाई के करीब दो ढाई घंटे बाद पुलिस सुरक्षा में राजकिशोर को दुबारा सेन्ट्रल भेज दिया गया।