बिलासपुर— मुंगेली के पथरिया में पदस्थ पदावनत आरक्षक ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है। प्राथमिक उपचार के बाद आरक्षक पुनीतराम को अपोलो में देर रात अपोलो में दाखिल कराया गया है। जानकारी के अनुसार आरक्षक की हालत में सुधार हुआ है।
29 जून को आईजी पवन देव ने लोरमी क्षेत्र के कोरीडोंगरी वनोपज नाका मारपीट मामले में तीन साल बाद तात्कालीन थानेदार आशीष वासनिक, आरक्षक पुनराम और पुनीतराम दोषी पाया। आई जी ने एक आदेश जारी कर तात्कालीन थानेदार आशीष वासनिक को बर्खास्तग और दोनों आरक्षकों को पदावनत किया है। आशीष वासनिक इस समय कोंडागांव में पदावनत के बाद एसआई के पद है। पुनीत राम पथरिया में और पुनाराम बिलासपुर में प्रधानआरक्षक पद पर है। आदेश के बाद आशीष वासनिक को बर्खास्त कर दिया गया जबकि दोनों प्रधानआरक्षकों को डीमोट किया गया।
आदेश के बाद आरक्षक पुनित राम ने कल जहर सेवन कर जान देने की कोशिश की। प्राथमिक उपचार के बाद पीड़ित को सिम्स में दाखिल कराया गया। बाद में उसे अपोलो रिफर किया गया। अपोलों से मिली जानकारी के अनुसार आरक्षक की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है।
पुनीतराम राठिया के अनुसार कार्रवाई के बाद वह सदमे में है। 17 साल की नौकरी में कभी कोई दाग नही लगा। लेकिन अधिकारियो की लड़ाई में वह कहीं का नहीं रह गया। अंत मे दुखी होकर उसने जहर सेवन किया है।