अब तक 12…सभापति विधानी की आपत्ती….मंगलावासियों ने कहा…नया नाम मंजूर नहीं…सतनाम समाज का भी एतराज

BHASKAR MISHRA
6 Min Read

बिलासपु्र— वार्ड परिसीमन के बाद अब तक 12 दावा आपत्ती आ चुकी हैं। दावा आपती के पहले दिन कुल 5 तो दूसरे दिन 7 आपत्तियां मिली है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार 2 सितम्बर तक दावा आपत्ती लिए जाएंगे। आपत्तियों पर विचार विमर्श के बाद अंतिम रिपोर्ट शासन के हवाल कर दिया जाएगा।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                      वार्ड परिसीमन के बाद दावा आपत्ती के दुसरे दिन कुल आपत्तियां आयी है। पहले दिन कुल 5 आपत्तियां आयी थी। कुल मिलाकर दो दिनों में 12 आपत्तिया आ चुकी है। आपत्ती करने वालों में निगम सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षद शामिल हैं। दूसरे दिन निगम सभापति अशोक विधानी ने दावा आपत्ती कर बताया कि तहसीलदार गली को नए परिसीमन में वार्ड 44 शंकर नगर वार्ड में शामिल किया गया है। जनता की मांग है कि तहसीलदार गली को पूर्ववत वार्ड 45 हेमुनगर में ही रखा जाए।

                कांग्रेस पार्षद रामाशंकर बघेल ने अपनी आपत्ती में कुम्हार पारा अंसारी गली को यथावत वार्ड 25 में रखे जाने की मांग की है। रामाशंकर ने बताया कि वार्ड क्रमांक 25 क्रांति कुमार भारती नगर को दो भागों वार्डो क्रमशः 23 और 25 वार्ड में बांटा जा रहा है। कुम्हारपारा दो भागों में हो जाएगा। बेहतर होगा कि अंसारी गली को यथावत वार्ड 25 में ही रखा जाए।  इससे विकास कार्यों में मदद मिलेगी। लोगों के भावनाओं का सम्मान भी होगा।

                                भाजपा पार्षद प्रकाश यादव ने अपनी आपत्ती में बताया कि रेलवे क्षेत्र के तीन वार्ड क्रमशः 60 बिलासानगर,61 वायरलेस कालोनी और 62 भारतमाता कालोनी को मिलाकर एक वार्ड 69 वायरलेस कालोनी बनाया गया है। आपत्ती वार्ड नामकरण को लेकर है। चूंकि बिलासपुर का नामकरण बिलासा केवटी के नाम पर है। बेहतर होगा कि वार्ड का नाम बिलासा नगर रखा जाए।

           वार्ड क्रमांक 8 गुरू घासीदास नगर और वार्ड क्रमांक 8 ओमनगर के  सतनामी समाज के लोगों ने आपत्ती किया है। समाज के लोगों ने बताया कि दोनों वार्ड को एक कर वार्ड 21 बनाया गया है। क्षेत्र में प्रदेश प्रसिद्ध बाबा गुरूघासी दास का गुरूद्वारा और महंतबाड़ा स्थापित है। गुरूद्वारा वार्ड क्रमांक 8 गुरूघासीदास नगर में आता है। बस्ती को दो भागों में बांटते हुए एक भाग को गायत्री नगर वार्ड में रखा गया है। ऐसा लगता है कि परिसीमन में समाजिक एकता के साथ खिलवाड़ किया गया है। बेहतर होगा कि सामाजिक रूप से अलग हो गए क्षेत्र को  एक किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो प्रशासन को सामाजिक आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।

                             कमोबेश मंगलावासियों का भी कुछ इसी तरह की आपत्ती है। मंगलावासियों ने बताया कि शैलविहार और शंकर रजक के आस पास का हिस्सा दुआ पेट्रोल पम्प के करीब का क्षेत्र वार्ड क्रमांक 11 का भाग था। वर्तमान में इस हिस्से को विकासनगर वार्ड 15 में शामिल किया गया है। चूंकि मंगला गांव को निगम में शामिल किया गया है। वार्ड क्रमांक 11 का यह क्षेत्र मंगला गांव का ही हिस्सा है। इसलिए हम चाहते हैं कि इसे वार्ड 15 में शामिल नहीं कर दीनदयाल उपाध्र्याय नगर में रखा जाए। सुविधाओं को ध्यान रखा जाए।

                  जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष और और देवरीखुर्द उपसरपंच ठाकुर  ब्रम्हदेव सिंह ने आपत्ती की है। ब्रम्हदेव ने बताया है कि साजिश के तहत चार पांच घरों को वार्ड क्रमांक 42 में नहीं रखकर 41 का हिस्सा बना दिया गया है। पहली नजर में ऐसा करना न्यायोचित नहीं है। जबकि इन चार पांच घरों के पीछे से एक कालोनी गली या सड़क है। यदि उसे वार्ड गठन का आधार बनाया जाता है तो छूट गए चार पांच मकान 42 वार्ड में शामिल हो जाएंगे। ब्रम्हदेव ने बताया कि जिन चार पांच घरो को 41 में रखा गया है। उनका मुख्य घर वर्तमाब परिसीमन के बाद  वार्ड 42 के अन्दर हैं।

नाम को लेकर मंगलावासियों का विरोध

मंगला के पूर्व सरपंच ज्वाला प्रसाद सूर्यवंशी मंगलावासियों के साथ दावा आपत्ती करने के साथ ही कलेक्टर प्रशासन को लिखित में शिकायत कर वार्ड नामकरण का विरोध किया है। ज्वाला समेत मंगलावासियों ने बताया कि मंगला गांव को निगम में शामिल किया गया है। कुछ भाग पहले से ही निगम का हिस्सा था। नए परिसीमन के बाद मंगला गांव को वार्ड 13 पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रखा गया है। यह ठीक नहीं है। क्योंकि मंगला जिले का ख्यातिनाम गांव है। हम चाहते हैं कि गांव का वजूद बना रहे। नए नाम की जगह वार्ड का नामकरण मंगलानगर किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो प्रशासन को विरोध का सामना करना पड़ेगा।

close