रायपुर।प्रधानमंत्री आवास योजना से छत्तीसगढ़ में बनने वाले लगभग छह लाख 23 हजार मकानों के निर्माण में फ्लाई ऐश से निर्मित ईंटों का इस्तमाल किया जाएगा। यह जानकारी पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री अजय चन्द्राकर की अध्यक्षता में शुक्रवार को मंत्रालय में हुई राज्य स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव एम.के. राउत ने दी। बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, राष्ट्रीय भू-रिकार्ड आधुनिकीकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा भी हुई।
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चन्द्राकर ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को समन्वय से कार्य करने और पिछली बैठकों में लिए गए निर्णयों और निर्देशों का पालन-प्रतिवेदन समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में बन रहे शौचालयों का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए लोगों में व्यवहार परिवर्तन के लिए जागरूकता लाने के निर्देश दिए।
चन्द्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री अटल आवास योजना के तहत बनने वाले आवासों के लिए लगभग 150 करोड़ ईटों की जरूरत होगी। इसके लिए बैठक में उपस्थित खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अधिकारियों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत फ्लाई ऐश ईटों का निर्माण कराने के निर्देश दिए।