अब भारतीय रेल्वे मे भी लगेंगी एलईडी लाइट

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tandan1बिलासपुर। नवीन टण्डन, सदस्य (विद्युत), रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय आज दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय बिलासपुर के एकदिवसीय अधिकारिक दौरे पर पहूंचे। मुख्यालय में श्री टण्डन ने महाप्रबंधक सत्येन्द्र कुमार एवं अन्य विभागाध्यक्षों के साथ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में चल रहे विकास परियोजनाओं के संबंध में एक विस्तृत बैठक ली।

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                           मुख्यालय स्थित महाप्रबंधक सभागार में श्री टण्डन ने एक प्रेसवार्ता को भी सम्बोधित किया जिसमें उन्होनें बताया कि भारतीय रेल हमारे देश में उर्जा के विभिन्न स्त्रोतों का उपयोग करने वाला सबसे बड़ा संगठन है, अतः ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि हम बिजली के तकनीक के आधुनिक तरीकों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें एवं साथ ही साथ गैर परम्परागत उर्जा के वैकल्पिक उपायों का भी ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें। श्री टण्डन ने बताया कि बिहार के मधेपुरा में एक नई इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्टरी लगाई जा रही है जिसमें 12000 हार्सपावर के इलेक्ट्रिक इंजन बनाए जाएंगे जिसमें प्रति इंजन की लागत वर्तमान वार्षिक दर पर 24.88 करोड़ होगी एवं अगले 11 वर्षो में बनाए जाने वाले कुल 800 इंजनों की कुल लागत 19904 करोड़ रुपये होगी। इस लगाये जा रहे फैक्टरी की सारी निविदा पूरी तरह पारदर्शी तरीके से किये गए है जिसमें विश्व की नामी गिरामी कम्पनी सम्मिलित है। इसके अतिरिक्त बिहार के मरहौरा में डीजल लोकोमोटिव फैक्टरी की भी स्थापना की जा रही है जहां आधुनिक डीजल इंजनो का निर्माण किया जाएगा।

                         श्री टण्डन ने कहा कि आने वाले वर्षो में देश की आर्थिक गतिविधियों के विस्तार एवं ‘‘मेक इन इंडिया‘‘ की अवधारणा के मद्वेनजर ये दोनों रेल परियोजनाएं काफी महत्वाकांछी तरीके से बनाई गई है। आने वाले वर्षो में औद्योगिकीकरण एवं अर्थव्यवस्था में और अधिक विस्तारित एवं सुदृढ़ होने की दिशा में ये कदम काफी उपयोगी सिद्व होंगे।

                       tandan2श्री टण्डन ने उर्जा संरक्षण पर विशेष बल देते हुए कहा कि भारतीय रेलवे में अब परम्परागत बिजली के बल्बों की जगह एलईडी लाईटों का प्रयोग किया जा रहा है जिससे कि उर्जा की खासी बचत हो रही है। उन्होनें यह बताया कि अब सभी नये निर्माणाधीन कार्यालयों, रेल परिसरों एवं रेल आवासों में एलईडी लाईट का ही उपयोग सुनिश्चत किया जाएगा।
सौरउर्जा के संबंध में उन्होने कहा कि भारतीय रेलवे में 175 गीगाबाईट सौर उर्जा के उपयोग का लक्ष्य रखा गया है जिसमे से वर्तमान में 1000 मेंगावाट सौर उर्जा के उपयोग रेलवे के द्वारा किया जा रहा है। जम्मू के कटरा स्टेशन में 1 मेगावाट की सौर उर्जा पैनल की स्थापना की गई है एवं रायबरेली में 2 मेगावाट की सौर उर्जा प्लांट जमीन पर लगाई गई है।

                        रेल विद्युतीकरण के संबंध में उन्होने कहा कि अगले 5 वर्षो में भारतीय रेलवे में 10 हजार किलोमीटर के रेल लाईन के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से प्रत्येक वर्ष 2 हजार किलोमीटर रेल लाईन का विद्युतीकरण किया जाएगा। वर्तमान में इस वर्ष 1600 किलोमीटर रेलवे रेलवे रुट की विद्युतीकरण किया गया है।

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