अभी नहीं बुझी अविश्वास की आग

BHASKAR MISHRA
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jila panchayatबिलासपुर—दीपक साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिरने के बाद कांग्रेस समर्थित पंचायत सदस्य अब संचालक पंचायत और ग्रामीण विकास को आवेदन देने का निर्णय लिया है। कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने अभी भी भाजपा सदस्यों का अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में सहयोग का आश्वासन दिया है। मालूम हो कि 2 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव पर निर्णय होना था लेकिन भाजपा नेताओं के दखल और टेक्निकल समस्या के चलते दीपक साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सका।

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                                मालूम हो कि जिला पंचायत के 18 सदस्यों ने अध्यक्ष दीपक साहू और उपाध्यक्ष समीरा पैकरा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने एक सप्ताह पहले संभागायुक्त को लिखित आवेदन किया। टेक्निलकल खामियों और भाजपा के आला नेताओं के दखल के बाद अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया। बावजूद बागी सदस्यों ने अभी हार नहीं माना है।

                    मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष कार्यालय में नहीं दिखाई दिये। अभी भी सदस्यों को मानने और फुसलाने का दौर चल रहा है। भाजपा के एक वरिष्ठ पूर्व जिला पंचायत नेता और वर्तमान सदस्य ज्वाला ने बताया कि हम भाजपा नेताओं के दबाव नहीं आने वाले हैं। हमने अविश्वास प्रस्ताव वापस नहीं लिया है। बल्कि मामले को डायरेक्टर पंचायत और ग्रामीण विकास के सामने लाने का निर्णय लिया है। कोई भी सदस्य नेताओं के दबाव में नहीं है।

                           ज्वाला ने बताया कि सभी सदस्य एक साथ कल रायपुर जाएंगे। ज्वाला ने बताया कि तीन सदस्य जरूर पीछे हट गए हैं लेकिन वे जल्द ही हमारे साथ होंगे।

        वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सदस्य रमेश कौशिक ने बताया कि हमसे यदि भाजपा सदस्य सहयोग मांगेगे तो साथ जरूर देंगे। कौशिक ने बताया कि कांग्रेस के सदस्यों ने संभागायुक्त से आवेदन को संचालक पंचायत और ग्रामीण विकास को अग्रेषित करने से इंकार कर दिया है।

                       निर्दलीय सदस्य जीतेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि लड़ाई स्वाभिमान और अस्तित्व की है। अविश्वास प्रस्ताव से पीछे हटने का सवाल ही नहीं है। दीपक और समीरा पैकराक को हटाने के लिए बच्चों को संकट में नहीं डाल सकते। 18 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने से पहले परिवार की कसम उठाई है। परिवार और बच्चे राजनीति से ऊपर हैं।

                                            जानकारी के अनुसार अविश्वास आवेदन लेने के बाद संभागायुक्त निहारिका बारीक ने सभी सदस्यों को सत्यापन के लिए 2 जुलाई को बुलाया था। लेकिन भाजपा कोर कमेटी की बैठक और नेताओं के डर से कोई भी भाजपा सदस्य दो जुलाई को संभागायुक्त के पास नहीं गया।

          बागी सदस्यों को मंत्री अमर अग्रवाल और धरम लाल कौशिक ने जमकर फटकारा और समाइश के बाद मिलजुलकर काम करने को कहा। मंत्री के फटकार के बाद नाराज सदस्यों ने ना तो कोर कमेटी की बैठक को तवज्जों दिया और ना ही संभागायुक्त कार्यालय ही पहुंचे। सोमवार को कुछ सदस्य दीपक साहू के साथ भाजपा कार्यालय में जरूर दिखाई दिये।

                     एक दिन पहले दीपक साहू ने सीजी वाल को बताया था कि अब हम लोगों में किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। सब लोग मिलकर काम करने का निश्च्य किया है। आज एक बार फिर सात भाजपा समर्थित सदस्यों ने एलान किया है कि दीपक साहू और समीरा पैकरा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन रायपुर में दिया जाएगा। बहरहाल मामला अभी सुलझता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है।

 

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