बिलासपुर—-सोमवार को बिलासपुर रेल मंडल ने दुर्घटना संबधित कार्यां की तैयारी को लेकर अभ्यास प्रदर्शन किया। दुर्घटना राहत कर्मियों और पर्यवेक्षकों ने अभ्यास के दौरान मेजर सिक लाइन पर राहत कार्य के समय उठाए जाने वाले सभी कदमों का जीवन्त प्रदर्शन किया।
रेल प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि यात्री गाडियों की दुर्घटना के समय घायल यात्रियों के कोच के अंदर फंसे होने की सम्भावनाएं होती है। दुर्घटना में घायलों को कम समय में राहत देने के लिए रेल प्रशासन भरसक प्रयास करता है। राहत कार्य में कुशल लोगों की सेवाएं ली जाती हैं। इसी बात के मद्देनजर आज राहत बचाव का अभ्यास प्रदर्शन किया गया।
रेल अधिकारिोयं ने बताया कि दुर्घटना राहत कर्मियों और पर्यवेक्षकों की कार्य कुशलता बढाने के उद्देश्य से सोमवार को बिलासपुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों में कार्यरत दुर्घटना राहत कर्मियों और पर्यवेक्षकों ने अभ्यास किया गया। इसी कड़ी में मेजर सिक लाइन, बिलासपुर में भी दुर्घटनाराहत संबंधित कार्यों का अभ्यास प्रदर्शन किया गया। दुर्घटना में प्रभावित कोचों के अंदर फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने विभिन्न प्रकार के अभ्यास किए गये।
अभ्यास प्रक्रिया में रेल के पुराने और कंडम हो चुके कोचों के पैनल, छत तथा खिडकियों को जल्दी-जल्दी काट कर, कोच के अंदर जाने का रास्ता बनाया गया। आधुनिक दुर्घटना राहत उपकरणों जैसे कोल्ड कटर , प्लाज्मा कटर, रोप लेडर और वाटर मिस्ट एक्टिंगुसर समेत अन्य उपकरणों का प्रयोग करना सिखाया गया।
अभ्यास कार्यक्रम के समय बिलासपुर मंडल के वरिय मंडल यांत्रिक अभियंता के. श्रीनिवास, सहायक मंडल यांत्रिक अभियंता एस.सांई रमेश, सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी रवि नेवाडे समेत बिलासपुर, शहडोल, कोरबा, ब्रजराजनगर, मनेंद्रगढ स्टेशनों में पदस्थ दुर्घटना राहत कर्मी दल के सदस्य उपस्थित थे।