अमर अग्रवाल बोले – छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को अपने काम पर इतना ही भरोसा है तो नगरीय निकाय के चुनाव EVM से कराए

Chief Editor
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बिलासपुर।  पूर्व मंत्री,  भाजपा नेता अमर अग्रवाल ने कहा है कि अगर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को अपने कामकाज पर इतना ही भरोसा है तो उसे नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से कराना चाहिए  । अमर अग्रवाल ने नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों में परिसीमन, मतदाता सूची और आरक्षण की प्रक्रिया में भी नियमों का पालन नहीं किए जाने की बात कही ।  यह बातें उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक पर अपनों से अपनी बात लाइव कार्यक्रम में कहीं।
अमर अग्रवाल छत्तीसगढ़ में लंबे समय तक नगरीय प्रशासन मंत्री र । हे भारतीय जनता पार्टी ने आने वाले महीनों में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए उन्हें छत्तीसगढ़ के प्रभारी के रूप में  बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है  । इस क्षेत्र में उनका काफी लंबा अनुभव है ।  अपने लाइव कार्यक्रम में उन्होंने काफी समय तक नगरीय निकाय चुनाव की बात रखी और भरोसा जताया कि इस चुनाव में छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों में भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि चुनकर आएंगे ।
अपनी बात शुरू करते हुए अमर अग्रवाल बोले कि भारतीय लोकतंत्र के संघीय ढांचे में थ्री टायर सिस्टम है ।  जिसमें लोकसभा और विधानसभा के बाद नगरीय और पंचायत संस्थाओं की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका है   ।  । यह भूमिका इस वजह से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आम लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति इन संस्थाओं के माध्यम से होती है  । छत्तीसगढ़ में आने वाले महीनों में नगरीय निकाय और उसके बाद पंचायत के चुनाव संभावित हैं  । नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी की चर्चा करते हुए अमर अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में परिसीमन और मतदाता सूची के प्रकाशन की प्रक्रिया के बाद अब वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है ।  उन्होंने कहा कि अब तक इस मामले में जो तस्वीर सामने आई है उससे लगता है कि नियमों का सही ढंग से पालन नहीं हो रहा है  । उन्होंने अधिनियम की धारा 10 के अनुसार परिसीमन नहीं किए जाने की बात भी कही ।  साथ ही कहा कि इस मामले में आबादी और भौगोलिक स्थिति को ध्यान में नहीं रखा गया है ।
उन्होंने बिलासपुर में नगर निगम में हुए परिसीमन को भी अव्यावहारिक बताया और कहा कि फील्ड में जाकर स्थिति देखने की बजाय टेबल पर परिसीमन किया गया  । अमर अग्रवाल ने यह बात भी कही कि बिलासपुर नगर निगम में  ग्रामीण क्षेत्र जुड़े हैं  । यहां आरक्षण की प्रक्रिया में रोस्टर के नियमों का पालन नहीं किया गया है  ।   उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रक्रियाओं में आपत्ति और सुझाव दर्ज कराने का भी प्रावधान है ।  लेकिन सरकार और प्रशासन में बैठे लोग आपत्ति और सुझाव को दरकिनार कर स्वेच्छाचारिता से अंतिम प्रकाशन कर रहे हैं ।  पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि हाल ही में दंतेवाड़ा के उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की है  । यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक हिस्सा है  । लेकिन जिस तरह से चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस के लोग दावा कर रहे हैं कि दंतेवाड़ा में जीत का अर्थ है प्रदेश के मतदाताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के कामकाज पर विश्वास व्यक्त किया है  । यदि कांग्रेसी इसे अपने कार्यों की जीत मानते हैं और उन्हें अपने इस दावे पर भरोसा है तो नगरीय निकाय चुनाव बैलेट पेपर की बजाए ईवीएम से कराना चाहिए  । साथ ही परिसीमन ,मतदाता सूची और आरक्षण में की गई अनियमितताओं को ठीक करना चाहिए ।
अमर अग्रवाल ने भरोसा जताया कि सभी  नगरीय निकायों के  चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि चुनकर आएंगे ।  उन्होंने कहा कि पिछले 9 महीने में छत्तीसगढ़ के  नगरीय निकायों की स्थिति काफी खराब हुई है  । भाजपा शासनकाल में जहां नगरीय निकायों को करोड़ों रुपए का आवंटन दिया जाता था  । वहां अब पैसा नहीं आ रहा है ।  सरकार भले ही होर्डिंग लगाकर शहरी क्षेत्रों के विकास का दावा करें ।   लेकिन जमीनी हकीकत है कि शहरी क्षेत्रों में तरक्की के काम रुक गए हैं  ।  उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग जीतकर आएंगे और नगरीय निकायों में बेहतर काम करके दिखाएंगे  ।
अमर  अग्रवाल ने फेसबुक के अपने लाइव कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमरीका दौरे का भी जिक्र किया  । उन्होंने इस दौरे को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे विश्व स्तर पर भारत का सम्मान बढ़ा है  ।   भारत के लोगों ने भी वह दृश्य देखा है जिसे देखने के लिए बरसों से तरस रहे थे ।  उन्होंने यूएनओ में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की तुलना शिकागो की धर्म सभा में विवेकानंद स्वामी विवेकानंद के संबोधन से की और कहा कि इससे गौरव की अनुभूति हुई है  ।
अमर अग्रवाल ने अपने जन्मदिन पर दी गई शुभकामनाओं के लिए भी लोगों का आभार माना ।

 

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