अमित जोगी कांग्रेस से निष्कासित..खतरे में पूर्व सीएम

BHASKAR MISHRA
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IMG-20160106-WA0010रायपुर—छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस आज प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में अन्तागढ़ फिक्सिंग टेपकांड में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और विधायक पुत्र अमित जोगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।  कांग्रेस ने अमित जोगी को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर का रास्‍ता दिखा दिया है। पीसीसी ने एआईसीसी को सुझाव दिया है कि अजित जोगी के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस से 6 साल के लिए सस्‍पेंड किया जाय। अजीत जोगी के खिलाफ तैयार अनुशंसा को कल भेजा जाएगा।

             
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                 प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई आज बैठक के एजेन्डे में हालांकि जोगी निष्कासन का मुद्दा शामिल नहीं किया गया था। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक के दौरान ही जोगी के मुद्दे पर चर्चा की मांग होने लगी। चर्चा के बाद विधायक अमित जोगी को कमेटी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता खत्म करते हुए छः साल के लिए निष्कासित कर दिया गया।

amit niskashan

            पत्रकारों से बातचीत में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ कमेटी ने एआईसीसी को पार्टी से निकाले जाने की अनशंसा पत्र को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी एक सौ तीस साल पुरानी है किसी के आने जाने से कोई असर नहीं पड़ेगा। जोगी पर कार्रवाई से पार्टी की छवि को फायदा ही होगा। भूपेश ने बताया कि अजीत जोगी और अमित जोगी पर कमेटी ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है।

           मालूम हो कि अजीत जोगी कांग्रेस की सर्वोच्च कमेटी कार्यसमिति के सदस्य है,इस कारण उनके खिलाफ किसी कार्रवाई का अधिकार प्रदेश कांग्रेस को नही है। एक राष्ट्रीय अंग्रेजी अखबार के फिक्सिंग टेपकांड के पिछले सप्ताह किए गए खुलासे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री से घटनाक्रम के बारे में प्रदेश कांग्रेस ने जानकारी मांगी थी,जबकि उनके पुत्र अमित को कारण बताओं नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा था।IMG-20160106-WA0008

                      पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखित जानकारी भेज दी थी। जबकि अमित जोगी ने नोटिस का जवाब भेज दिया था । सूत्रों के अनुसार इन दोनो के जवाबों का फौरी तौर पर अध्ययन भी प्रदेश अध्यक्ष एवं उनके नजदीकी लोगो ने किया। इसके पहले भूपेश बघेल की अगुवाई में जोगी एपीसोड के पहले निकाय चुनाव में सभी जीते हुए उम्मीदवारों का सम्मान किया गया।

                  ऐसा माना जा रहा था कि बैठक काफी हंगामेदार होगा। हुआ लेकिन भूपेश बघेल को अपने निर्णय लेने में बहुत ज्यादा विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। क्योंकि जोगी के तमाम समर्थक प्रदेश कांग्रेस में पदाधिकारी है। जोकि कार्रवाई के किसी प्रस्ताव का कड़ा विरोध कर सकते थे।

मरवाही क्षेत्र में निर्णय का विरोध

मरवाही विधानसभा क्षेत्र में अमित जोगी के खिलाफ पीसीसी के निर्णय भारी विरोध हुआ है। विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि जोगी समर्थक सैकड़ों कार्यकर्ताओं के अलावा 20 से अधिक जनपद सदस्यों ने पद से इस्तीफा दे दिया है। मैने खुद जिला पंचायत पद से इस्तीफा भेज दिया है। उपाध्याय ने बताया कि जोगी जैसे बड़े और ईमानदार नेता के इस प्रकार की कार्रवाई कांग्रेस को महंगी साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस समय संगठन में मनोनित गैरजिम्मेदार और पिछले दरवाजे से घुसे नेताओं का बोलबाला है। इनका कोई जनाधार नहीं है। हम लोग दिल्ली तक जोगी के समर्थन में प्रदर्शन करेंगे।

                                                                                               ज्ञानेन्द्र उपाध्याय. मरवाही विधायक प्रतिनिधि

पीसीसी की कार्रवाई

पीसीसी ने जोगी के खिलाफ निर्णय लिया है। पार्टी विरोधी गतिविधियों को संगठन कभी बर्दास्त नहीं करेगा। पार्टी से कोई बड़ा नहीं हो सकता है। अमित जोगी के खिलाफ लिया गया निर्णय उचित है। मंतुराम टेपकांड की जानकारी उपर तक है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ पार्टी निष्कासन की अनुशंसा रिपोर्ट हाईकमान को भेज दिया है। जो भी निर्णय होगा पार्टी हित में ही होगा।

                                                                                             अभयनारायण राय,संभागीय प्रवक्ता,बिलासपुर

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