बिलासपुर— जिसका जैसा संस्कार होगा… वह आचरण भी वैसा करेगा। इस समय कांग्रेस पार्टी बुरे दौर से गुजर रही है। लेकिन हमेशा की तरह इस दौर से भी बाहर आ जाएगी। लेकिन अभी तक कांग्रेस के इतिहास मेंं यह दौर सबसे बुरा है। एक दिन पहले अमित जोगी के पुतले पर कालिख पोता गया। खुशी इस बात कि है कि अमित को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ दर्जा दिया गया। आज मरवाही सदन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने यह बातें कहीं। जोगी ने कहा कि उत्तराखण्ड में राष्ट्रपति शासन को कोर्ट ने पूरी तरह से अमान्य बताया है। इससे न्यायपालिका में सबकी आस्था मजबूत हुई है। उन्होने केन्द्र सरकार को तानाशाह सरकार बताया है।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि कोर्ट ने उत्तराखण्ड में राष्ट्रपति शासन को गलत ठहराया है। इससे देशवासियों की न्यायपालिका पर विश्वास बढ़ा है। केन्द्र सरकार को मुंह की खानी पड़ी है। जोगी ने बताया कि देश इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है। शीतयुद्ध काल में गुटनिरपेक्ष के रास्ते पर चलते हुए देश ने अपनी संप्रभुता और स्वाभिमान को बचाकर रखा था। लेकिन केन्द्र सरकार ने विदेश नीति को झटका दिया है। अमेरिका से समझौता कर देश के स्वाभिमान को गिरवी रख दिया गया है।
प्रश्न के जवाब में जोगी ने बताया कि चीन से मजबूत सामरिक देश है लेकिन इसके लिए हमें अपनी स्वतंत्रता को अमेरिका के हाथों देने की जरूरत नहीं थी। उन्होने बताया कि गुटनिरपेक्ष के रास्ते पर चलकर हम चीन के सभी चुनौतियों का मुुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं। जोगी ने बताया कि पाकिस्तान तीन “A” से चलती है। अमेरिका,आर्मी और आईएसआई उसकी ताकत है।
एक सवाल के जवाब में अजीत जोगी ने बताया कि अमित जोगी पीसीसी स्तर के नेताओं का जवाब देने में सक्षम हैं। मुझे इतना नीचे आने की जरूरत नहीं है। अमित जोगी उनके लिए पर्याप्त हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दिन पहले पीएम,सीएम के साथ जोगी के पुतले के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। खुशी इस बात की है कि लोगों ने अमित को कम से कम पीएम और सीएम स्तर का नेता तो समझा।
राज्यसभा जाएंगे के सवाल पर जोगी ने कहा कि अभी मुझे 25 जगह का दौरा पूरा करना है। 24 जगह का हो गया है। समय के साथ सबकुछ पता चल जाएगा। राज्यसभा कौन जाएगा इसका निर्णय हाईकमान तय करता है।
अजीत जोगी ने कहा कि प्रदेश भयंकर सूखे की चपेट में है। सरकार की ओर से अभी तक राहत कार्य नहीं चल रहा है। मनरेगा के मजदूरों का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। राहत कार्य का कुछ अता पता नहीं है। किसान परेशान हैं। पेयजल की व्यवस्था नहीं है। सरकार पूरी तरह से फेल है।
लगातार पीसीसी अध्यक्ष का आक्रमण हो रहा है। कुछ व्यक्तिगत और तीखा भी है के सवाल पर जोगी ने कहा कि जिसका जैसा संस्कार मिलता है वह वैसा ही व्यवहार करता है। अमित जोगी का जैसा संस्कार है वैसा ही व्यवहार है। पीसीसी अध्यक्ष को बचपना में जैसा संस्कार मिला उनका आचरण भी उसी के अनुसार है।
पुदीन हरा और डायजीन के सवाल पर जोगी ने हंसते हुए कहा कि मुझे नहीं मालूम क्या मसला है। लेकिन इतना तय है कि अमित ने देशी उपचार बताया है। उसकी मां डाक्टर है इसलिए उसे जानकारी है कि पेट दर्द के लिए क्या मुनासिब है। लेकिन उसने देशी इलाज बताया है। डायजीन किसी और ने बताया।