अजीत जोगी बोले – धान खरीदी 15 नवंबर की बजाय 1 दिसंबर से क्यों….? किसानों के साथ वादाखिलाफी

Shri Mi
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रायपुर। जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमों , राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के ढाई करोड़ जनता को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा अपूर्ण कर्ज माफी के बाद राज्य सरकर के द्वारा 15 नवंबर से धान खरीदी के बजाय 1 दिसंबर से धान खरीदी करने के निर्णय छत्तीसगढ़ के 70 लाख किसानों के साथ वादा खिलाफी और धोखा है । सरकार का यह निर्णय ऐसे दिन आता है जिस छत्तीसगढ़ का जन्म हुआ है और छत्तीसगढ़ की नई सरकार धूमधाम से राज्योत्सव मना रही है। सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे

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एक तरफ तो बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है , किसानों का फसल बर्बाद हो चुका है उस पर भी सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाई है। फिर धान खरीदी में भी ढिलाई, जिस कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें और चेहरे में मायूसी स्पष्ठ रूप से देखा जा सकता है जब अन्नदाता किसान ही खुश नहीं तब ऐसा उत्सव निरथर्क है ।

जोगी ने कहा अन्नदाताओं की धान खरीदी सर्वप्रथम देश मे जोगी सरकार ने की थी जब सरकार का वार्षिक बजट 10 हजार करोड़ से कम था तब किसान खुशहाल थे, किसानो का कोठा धान से भरा रहता था तब प्रदेश के किसी भी अन्न दाता किसान ने आत्महत्या नहीं की। अब सरकार का वार्षिक बजट 80 हजार करोड़ से भी अधिक है फिर भी सरकार धान खरीदी का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ रही है ।

छत्तीसगढ़ के लाखों किसानों ने समर्थन मूल्य में धान खरीदी, बोनस और कर्ज माफी के नाम पर काँग्रेस को वोट दिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान खरीदी पर पीछे हटते हुए केन्द्र सरकार पर अड़ंगा डालने का आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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