बिलासपुर– जरहाभाठा स्थित अनुसूचित जाति छात्रावास के बच्चों ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। बच्चों ने कलेक्टर कार्यालय के मुख्य गेट पर बैठकर घंटो धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को बिना परमिशन धरना देने और स्कूल समय में छात्रों के हितों को नजरअंदाज करने के आरोप में हिरासत में लिया है। जानकारी के अनुसार अतिरिक्त कलेक्टर ने सहायक आयुक्त और एसडीएम को छात्रावास का निरीक्षण कर तत्काल रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।
जरहाभाठा स्थित अनुसूचित जाति के छात्रों ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर घंटों धरना प्रदर्शन किया। अतिरिक्त कलेक्टर के आश्वासन और निरीक्षण टीम छात्रावास भेजने के बाद ही स्कूली बच्चों ने कलेक्टर कार्यालय का दरवाजा खोला। छात्रों ने बताया कि पिछले एक साल में पांच अधीक्षक बदले जा चुके हैं बावजूद इसके व्यवस्था में किसी प्रकार का सुधार नहीं है।
छात्रों ने बताया कि छात्रावास में पांच टायलट रूम है। जिसमें से केवल तीन टायलट की स्थिति ठीक है। इन तीन टायलट में छात्रावास के 150 छात्र अपना निस्तार करते हैं। प्रतिदिन लम्बी लाइन की स्थिति बनी रहती है। दो टायलट चोक हो चुके हैं। स्कूल देरी से पहुंचने पर रोज सजा मिलती है। पढ़ाई प्रभावित होता है। छात्रों ने बताया कि छात्रावास की बाई ओर का टायलट और बाथरूम जाम हो गया है। जिसका पानी हास्टल में भरता है। जिसके चलते उन्हें पढ़ने लिखने और सोने में भारी परेशानी होती है। छ्त्रों ने बताया कि प्रयास विद्यालय खुलने से उन्हें खाने पीने में असुविधा होती है। स्थान कम होने के कारण एक कमरे में पन्द्रह छात्रों को रखा जाता है।
छात्रों के अनुसार हमेशा महामारी और अन्य गंभीर बिमारियों का भय बना रहता है। आक्रोशित छात्रों ने बताया कि हमने इसके लिए कई बार संबधित विभाग और अधिकारियों के सामने अपनी शिकायत को पेश किया । लेकिन अभी तक प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। छात्रों ने बताया कि जब तक हमारी समस्या हल नहीं होती कलेक्टर का दरवाजा नहीं छोड़ेंगे।
छात्रों के लेकर कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन के लिए छात्रों को एकत्रित कर लाने वाले जितेन्द्र बंजारे और सागर बंजारे को पुलिस ने गुपचुप तरीके से हिरासत में लिया है। दोनों नेताओं पर धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का आरोप है कि धरना प्रदर्शन के पहले इन्होने इजाजत नहीं लिया और ना ही सूचना दी। धरना प्रदर्शन करने वालों में ज्यादातर छात्र मासूम और बहुत छोटे हैं। उनके साथ यदि किसी प्रकार का हादसा हो जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता। पुलिस के अनुसार सागर और जितेन्द्र बंजारे ने बच्चों को बरगला कर स्कूल टाइम में धरना प्रदर्शन के लिए लाया। उन पर कार्रवाई बनती है।
सूत्रों के अनुसार इस पूरे मामले में समाज के कुछ पुरोधा लोगों का हाथ है। इसमें छात्रों को जबरन घसीटा गया है। उनकी समस्याओं को प्रशासन ने पूर्व में भी गंभीरता से लिया है। एक अन्य जानकारी के अनुसार वर्तमान छात्रावास अधीक्षक मनीष पैकरा की नियुक्ति दो महीने पहले के.आर,दयाल की जगह की गयी है। जितेन्द्र और सागर बंजारे को आगे रखते हुए कुछ अन्य लोग जिसमें समाज के कुछ बाहरी लोग शामिल है ने दयाल को फिर से छात्रावास अधीक्षक बनाने के लिए प्रशासन को दबाव में लाने का षड़यंत्र रचा है। इसमें छात्रों को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया है।
प्रशासन के अनुसार इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच होगी। छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाएगा। अनावश्यक दबाव बनाने वालों पर कार्रवाई होगी। साथ ही छात्रों को स्कूल टाइम में धरना प्रदर्शन के लिए लाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।