बिलासपुर—हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टी.बी.राधाकृश्णन ने राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी का निरीक्षण किया। इस दौरान जस्टिस प्रीतिंकर दीवाकर,संभागायुक्त निहारिका बारीक सिंह,कलेक्टर अम्बलगन पी.जिला न्यायाधीश आर.पी.वर्मा,राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव रजनीश श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
निरीक्षण कार्यक्रम के बीच मुख्य न्यायाधीश बिलासपुर हाईकोर्ट जस्टिस टी.बी.राधाकृष्णन ने चिकित्सालय में भर्ती मरीजों से मुलाकात की। व्यवस्था के साथ साथ मानसिक चिकित्सालय के बारे में जानकारी ली। मुख्य न्यायाधीश ने मरीजों की चिकित्सा के बारे में डॉक्टरों से बातचीत की।
न्यायाधीशों ने मानसिक चिकित्सालय में मरीजों को दिए जाने वाले भोजन का निरीक्षण किया। दाल की गुणवत्ता देखकर गहरी नाराजगी जाहिर की। न्यायाधीशों ने सभी मरीजों को पौष्टिक आहार देने को कहा। भोजन वितरण करने वाले और जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिया कि गुणवत्ता के साथ लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।
इस दौरान मरीजों के गंदे कपड़े देखते ही न्यायाधीशों ने प्रबंधन को जमकर फटकारा। सभी मरीजों को साफ-सुथरे कपड़ों की व्यवस्था करने को कहा। कपड़े की उचित धुलाई के लिए वाशिंग मशीन व्यवस्था की बात कही।
न्यायाधीशों ने चिकित्सालय भवन, टायलेट की साफ सफाई के अलावा मच्छरों के रोकथाम के लिए जाली लगाने को कहा। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय की बिजली व्यवस्था पर मुख्यन्यायाधीश गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होने बिजली विभाग के अधिकारियों को बिना किसी गड़बड़ी के 24 बाय 7 घण्टे बिजली देने को कहा।