बिलासपुर– इंडियन आॅर्थेपेडिक एसोसिएशन गरीबों का निशुल्क इलाज भी करता है। इस साल पांच हजार गरीब मरीजों का निशुल्क इलाज का लक्ष्य एसोसिएशन ने रखा है। इंडियन आर्थोपेडिक एसोसिएशन के सदस्य चार अगस्त को राष्ट्रीय हड्डी एवं जोड दिवस मनाता है। यह बातें आज विनोद तिवारी ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा के दौरान डॉ.विनोद तिवारी ने बताया कि आर्थोपेडिक एसोसिएशन के सदस्यों ने इस साल पांच हजार गरीब मरीजों की मुफ्त में सर्जरी करने का लक्ष्य रखा है। ट्रामा कमेटी इंडियन आॅर्थेपेडिक एसोसिएशन के चेयरमेन डाॅ विनोद तिवारी ने बताया कि सेवा हमारा पहला लक्ष्य है। इस दौरान शिरीष मिश्रा, एसोसिएशन के सचिव डाॅ प्रमोद जायसवाल, अधिवक्ता मुकेश शर्मा और लाॅयन क्लब बिलासपुर केयर के पूर्व अध्यक्ष रविश शर्मा उपस्थित थे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए डाॅ तिवारी ने बताया कि आईओए के आजीवन सदस्यों की संख्या करीब बारह हजार से अधिक है। सभी सदस्य देश के 22 राज्यों के सैकडों जिलों और हजारों शहरों में काम कर रहे हैं। आईओए का औपचारिक पंजीकरण चार अगस्त को हुआ था। डॉ.विनोद के अनुसार आॅर्थोपेडिक बीमारियों के प्रति जागरूकता और रोकथाम के लिए आॅर्थोपेडिक सर्जरी का विश्व रिकार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने निश्चय किया है कि वे कम से कम में मुफ्त सर्जरी करेंगे। गरीबों की सेवा करेंगे। इस दौरान गरीब मरीजों से भुगतान भी नहीं लिया जाएगा। इसमें लायन्स क्लब और रोटरी क्लब जैसे विभिन्न गैर सरकारी संगठनों का भी सहयोग होगा। डाॅ तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ आॅर्थोपेडिक एसोसिएशन महती कार्य में कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेगा। आपरेशन के दौरान खून पेशाब की जांच एक्सरे, मरीज का खाना दवाई और इम्लांट, अस्पताल शुल्क सभी मुफ्त रहेगा। तिवारी ने बताया कि उन्होने संजीवनी अस्पताल में दो मरीजों का मुफ्त में आपरेशन किया है।