रायपुर।उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने बुधवार को आई.टी.आई. और उद्योग लिंकेज विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया।पाण्डेय ने राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आई.टी.आई.) को उद्योगों से जोड़कर इन संस्थाओं में प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिलाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।मंत्री ने कहा कि आज का युग कौशल उन्नयन का है। हुनरमंद बनकर रोजगार और स्व-रोजगार हासिल किया जा सकता है। पाण्डेय ने कहा कि इस बात को ध्यान में रखकर प्रदेश के युवाओं को उद्योगों और स्थानीय बाजार की मांग के अनुसार विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
यह कार्यशाला इंदिरागांधी कृषि विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित की गई ।प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि युवाओं को उद्योगों से जोड़ने के लिए यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। प्रदेश में इस तरह की पांच और कार्यशालाए आयोजित की जाएंगी । श्री पाण्डेय ने कहा कि आज श्रम करने वाले लोगों को सम्मान के साथ देखा जा रहा है । हाथ से काम करने वालों की मांग उद्योग प्रतिष्ठानों और स्थानीय बाजार में बढ़ती जा रही है। युवा अपने हुनर को पहचानें और अपना भविष्य बनाएं।
पाण्डेय ने प्रशिक्षणार्थियांे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल भारत अभियान और मेक-इन इंडिया अभियान के बारे में भी बताया । कार्यशाला में रायपुर संभाग के पन्द्रह शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आई.टी.आई) के प्रशिक्षणार्थी और उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल थे पाण्डेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए अनेक ऐसी योजनाएं संचालित की जा रही, जिनका लाभ उठाकर प्रदेश के विभिन्न जिलों में कम पढ़े लिखे युवाओं भी आत्मनिर्भर होने लगे है, कौशल प्रशिक्षण के जरिए उन्हें हुनमंद बनाया जा रहा है।