रायपुर। छत्तीसगढ़ के महान संत और सतनाम पंथ के प्रवर्तक गुरू बाबा घासीदास की जयंती के अवसर पर 18 दिसम्बर को उनकी जन्म भूमि और तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में जैतखाम का ध्वजारोहण दोपहर एक बजे जगत गुरू गद्दीनसीन विजय कुमार गुरू द्वारा सभी सम्मानीय धर्म गुरूओं की उपस्थिति में सम्पन्न होगा।इस अवसर पर जैतखाम का लोकार्पण कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के मुख्य आतिथ्य और विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित किया जाएगा। समारोह में प्रदेश सरकार के सभी मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण और अन्य जनप्रतिनिधि विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि गुरू बाबा घासीदास की जन्म भूमि और तपोभूमि गिरौदपुरी में राज्य शासन द्वारा कुतुब मीनार से भी लगभग पांच मीटर ऊंचे जैतखाम का निर्माण करवाया गया है। इसकी ऊंचाई लगभग 77 मीटर है। इस जैतखाम के निर्माण में लगभग 50 करोड़ रूपए की लागत आई है। विशाल जैतखाम की असाधारण ऊंचाई को ध्यान में रखकर इसकी डिजाईन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी) रूड़की के तकनीकी विशेषज्ञों से अनुमोदित करवाई गई थी। यह जैतखाम वायु दाब और भूकम्प रोधी है। इसमें अग्नि और आकाशीय बिजली से सुरक्षा के लिए भी उच्च स्तरीय तकनीकी प्रावधान किए गए हैं। इसकी बुनियाद 60 मीटर व्यास की है। इसके आधार तल पर लगभग दो हजार श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था सहित एक विशाल सभागृह का निर्माण भी किया गया है।
पहली मंजिल से आखिरी मंजिल तक सात बाल्कनियां भी बनाई गई है, जिनमें प्रवेश करने वाले लोग आस-पास के सुन्दर प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन कर सकेंगे और सबसे ऊंची मंजिल तक बढ़ते हुए कुछ देर के लिए विश्राम भी कर सकेंगे। विशाल जैतखाम में नीचे-ऊपर आने-जाने के लिए अलग स्पायरल सीढ़ियों का भी निर्माण किया गया है। इसके अलावा जैतखाम में वृद्धजनों, निःशक्तजनों, बच्चों और महिलाओं की सुविधा के लिए विशेष रूप से लिफ्ट भी बनाए गए हैं।